भिवानी/मुकेश वत्स देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान देने वाले गांव रोहनात में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार प्रशासन की तरफ से खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रविंद्र दलाल ने मुख्य रूप से शिरकत की। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले गांव के निवासी स्वामी बीरड़दास बैरागी के पौत्र आत्माराम बैरागी ने ध्वजारोहण किया। अपनी कुर्बानी देने वाले गांव के निवासी रूपा खाती के वंशज सीताराम भी मुख्य रूप से मौजूद रहे। समारोह में महेंद्र व राजेश को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान बीडीपीओ दलाल ने कहा कि आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में इस गांव के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस समूचे गांव ने अपनी शहादत दी। उन्होंने कहा कि गांव का जर्जर कुआं और बरगद के पेड़ आज भी अंग्रेजों की बर्बता के गवाह बने खड़े हैं। उन्होंने कहा कि देश पर अपने प्राण न्यौछावर करने वालों को हमें कभी भुलाना नहीं चाहिए। उल्लेखनीय है कि देश की आजादी के बाद भी गांव रोहनात के लोग अपने आप को गुलाम सा महसूस कर रहे थे। स्वतंत्रता दिवस पर यहां किसी प्रकार का समारोह आयोजित नहीं होता था। ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल शहीदी दिवस पर 23 मार्च 2018 को गांव में पहुंचे और शहीदों के वंशजों के साथ ध्वजारोहण किया। Post navigation माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 20 से 28 अगस्त तक जन समस्याओं को लेकर संघर्ष अभियान चलाएगी स्वतंत्रता दिवस हमारे देश की एकता, सम्मान और समर्पण का प्रतीक है: रणवीर गंगवा