चंडीगढ़, 14 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 से पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआईएमएस), रोहतक में दो सीटों के साथ डीएम कार्डियक एनेस्थिसियोलॉजी कोर्स शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की है। वर्तमान में, राज्य में यह कोर्स उपलब्ध नहीं है।

चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि यह पाठ्यक्रम भारतीय चिकित्सा परिषद के मानदंडों के अनुसार चलाया जाएगा और इससे राज्य में सुपरस्पेशिलिटी सेवाओं की आवश्यकता और उपलब्धता के बीच के अन्तर को पाटने में मदद मिलेगी।

उन्होंने बताया कि पीजीआईएमएस, रोहतक के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग में सीनियर रेजिडेंट्स के 56 स्वीकृत पद हैं। इन पदों में से, सीनियर रेजिडेंट्स के 6 पदों का उपयोग डीएम कार्डियक एनेस्थिसियोलॉजी कोर्स को चलाने के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह एक सुपरस्पेशिलिटी कोर्स है और इस कोर्स को करने के इच्छुक विशेषज्ञ डॉक्टर (एमडी एनेस्थिसिया) को अब डीएम कार्डियक एनेस्थिसिया में डिग्री हासिल करने के लिए राज्य से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा, इस डिग्री कार्यक्रम के आर भ होने से राज्य में इस सुपरस्पेशिलिटी में अधिक डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।

प्रवक्ता ने बताया कि पीजीआईएमएस, रोहतक प्रदेश का शीर्ष चिकित्सा शिक्षण संस्थान है, जो पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक से संबद्ध है। यह संस्थान विभिन्न विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चला रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा परिषद की अनुमति लेकर विभिन्न विषयों में डीएम/एम.सीएस नामक सुपरस्पेशिलिटी कोर्स चलाए जा रहे हैं।

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