भिवानी/शशी कौशिक

सीटू हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा, महासचिव जयभगवान, उपाध्यक्ष सतबीर सिंह कोषाध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से आम जनता को बचाने के लिए आशा वर्कर्स स्वास्थ्य विभाग में बुनियादी भुमिका अदा कर रही है। संक्रमित मरीजो की पहचान करने में उनके परिवारजनों व सम्पर्क में आए लोगों को आइसोलेशन में रखवाने, अन्य तमाम तरह के कार्य आशा वर्कर्स कर रही हैं। टीकाकरण, संस्थागत डिलवरी करवाने, टीबी के मरीजों को दवा देने से लेकर चौकअप करवाने जैसे काम इस संक्रमण काल में भी आशाएं इमानदारी के साथ कर रही हैं। बड़ी संख्या में आशाएं स्वंय भी इसके चलते संक्रिमत हो रही हैं। लेकिन सरकार का रूख वर्कर्स की मांगों को लेकर बेहद असंवेदनशील है।

सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंहव जिला सचिव अनिल कुमार ने कहा कि राज्य  में 20000 के करीब आशा वर्कर्स कईं दिन से हड़ताल पर हैं। सरकार आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्य में अधिक निवेश करे। एनएचएम को स्थाई किया जाए। आशाओं, एचएचएम में लगे कर्मचारियों व स्वास्थ्य विभाग के तमाम ठेकाकर्मियों को स्थाई किया जाना चाहिए। स्थाई करने तक आशाओं को कम से कम 24000 न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए। संगठन मांग करता है कि सरकार आशा वर्कर्स के साथ किए गए तमाम समझौते सरकार लागू करे व तुरंत यूनियन से बातचीत करके तमाम मांगों को हल करे।

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