हांसी , 8 अगस्त। मनमोहन शर्मा हिसार वन मंडल तथा क्षेत्रीय चारा केंद्र के तत्वावधान में डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने चारा केंद्र परिसर में बहु उपयोगी मोरिंगा ओलिफेरा (सहजना) की 600 पोध रोपित करने के अभियान का शुभारंभ किया। अभियान के तहत पर्यावरण को शुद्ध करने वाले पीपल, बरगद व नीम के पोधे भी लगाए गए। इस अवसर पर हिसार नगर निगम के मेयर गौतम सरदाना, हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा, क्षेत्रीय चारा केंद्र के निदेशक डॉक्टर पी पी सिंह, हिसार वन मंडल के मुख्य वन संरक्षक घनश्याम शुक्ल, उप वन संरक्षक डॉ सुनील ढाका सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी पौधारोपण किया। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने क्षेत्रीय चारा केंद्र निदेशक से आह्वान किया कि वे किसानों को सहजन की खेती के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें। क्षेत्रीय चारा केंद्र के निदेशक डॉ. पी पी सिंह ने डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को अवगत करवाया कि 1970 से स्थापित क्षेत्रीय चारा केंद्र का मुख्य उद्देश्य चारा फसलों को प्रमोट करना है। इसके लिए केंद्र की ओर से नर्सरी में बीज को तैयार कर वन मंडल को दिए जाते हैं। साथ ही चारा उत्पादन की नई तकनीकों के बारे में किसानों को शिक्षित किया जाता है और उन्हें निशुल्क बीज प्रदान किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बनारस स्थित वेजिटेबल रिसर्च केंद्र से मोरिंगा ओलिफेरा (सहजना) की पी के एम किस्म के बारे में किसानों को प्रशिक्षत किया जा रहा है क्योंकि सहजन एक बहुराष्ट्रीय सब्जी देने वाला पौधा है। सहजन का उपयोग आज के समय में भोजन, दवा, पशुचारा आदि कार्यों में किया जाता है। सहजन में प्रचुर मात्रा में विटामिन एवं पोषक तत्व पाये जाते हैं। सहजन का फूल, फल और पत्तियों का भोजन के रूप में व्यवहार होता है। इसकी छाल, पत्ती, बीज, गोंद, जड़ आदि से आयुर्वेदिक दवाएँ तैयार की जाती हैं। सहजन की पत्ती मवेशियों के चारा के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इस अवसर पर अपने संबोधन में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से इन दिनों पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। वातावरण में फैल रहे इस जहर को रोकने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि अधिक संख्या में पौधे रोपित किए जाएं। पेड़- पौधों के अंधाधुंध दोहन से यह स्थिति बनी है। पर्यावरण प्रदूषण की अधिकता को पेड़ पौधे ही दूर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि अधिक से अधिक पौधे लगाकर धरती को हरा भरा बनाने के साथ ही प्रदूषण मुक्त कर मानव जीवन को सुरक्षित करने का कार्य करें। हमे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने जीवन में कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। बिना पेड़ों के पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। एक व्यक्ति अपने जीवन में जितना प्रदूषण फैलाता है उसे शुद्व करने के लिए 300 पौधों की शक्ति लग जाती है। पौधे जीवन का अनमोल हिस्सा है। प्रकृति की सुंदरता और भव्यता के लिए पौधारोपण बेहद जरूरी है। पौधारोपण कार्यक्रम के अवसर पर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने हाल ही में घोषित बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों में अव्वल स्थान हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को भी पौधे देकर सम्मानित किया। Post navigation सतीश वर्मा सर्वसम्मति से तीसरी बारे चुने गये अखिल भारतीय संस्कार भारती हांसी इकाई के प्रधान स्व. रोहताश कश्यप एक व्यक्ति न होकर अपने आप में एक संस्था थेः रतेरिया