प्रदेश का व्यापारी, उद्योगपति व आम जनता अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से भयभीत है – बजरंग गर्ग
सरकार व्यापारी व आम जनता की जान-माल की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल सिद्ध हुई है – बजरंग गर्ग
सरकार नए-नए कानून बनाकर किसान व आढ़तियों को नाजायज तंग करने में लगी हुई है – बजरंग गर्ग

झज्जर – हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने निजी होटल में पत्रकार सम्मेलन में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। प्रदेश में जंगलराज कायम है। आज हरियाणा प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने व बेरोजगारी के मामले में देश के पहले स्थान पर है। आज प्रदेश में हर रोज लूटपाट, फिरौती, अपहरण, हत्या, चोरी आदि की वारदातें में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश का व्यापारी, उद्योगपति व आम जनता अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से भयभीत है। जबकि प्रदेश की जनता की जान-माल की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी सरकार की होती है मगर सरकार व्यापारी व आम जनता की जान-माल की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल सिद्ध हुई है। जो सरकार व्यापारी व आम जनता की जान माल की सुरक्षा ना कर सके। उस सरकार को जनता से किसी प्रकार का टैक्स लेने का अधिकार नहीं होना चाहिए।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि आज सरकार की गलत नीतियों व कोरोना महामारी के कारण प्रदेश में लगभग व्यापार व उद्योग धंधे ठप्प पड़े हैं। जिसके कारण लाखों लोग प्रदेश में बेरोजगार हो गए हैं। जबकि सरकार व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा देने की बजाए प्रदेश में व्यापार, उद्योग व प्राइवेट सेक्टरों में 75 प्रतिशत युवाओं को रोजगार देने की बात कर के युवाओं को गुमराह कर रही है। जब पहले ही प्रदेश में व्यापार व उद्योग धंधे ठप्प है और सरकार ने व्यापार व उद्योगो को बढ़ावा देने के लिए व्यापारी व उद्योगपतियों को किसी प्रकार की रियायतें नहीं दी है। तो ऐसे मे पड़ोसी राज्यों के उद्योगपति हरियाणा में उद्योग लगाने की गलती नहीं करेगा।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार नए-नए कानून बनाकर किसान व आढ़तियों को नाजायज तंग करने में लगी हुई है। सरकार के नए आदेशानुसार मंडी में फसल आने पर मार्केट फीस लगेगी और मंडी के बाहर फसल बिकने पर मार्केट फीस नहीं लगेगी। इस फरमान से किसान लूटेगा और मंडिया बर्बाद हो जाएगी। जब किसान की फसल मंडी में खुले भाव में नहीं बिक्रेेगी तो बड़ी-बड़ी कंपनियां किसान की फसल ओने-पौने दामों में खेतों में ही एडवांस खरीद लेगी। इससे किसान को बड़ा भारी नुकसान उठाना पड़ेगा और जब किसान की फसल मंडी में ही नहीं बिकेगी तो हरियाणा की मंडियां बंद हो जाएगी। मंडियों में माध्यम से आढ़तियों केे साथ-साथ लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है। सरकार लोगों को रोजगार देने की बजाए रोजगार छीनने में लगी हुई है।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की अगर नियत साफ है तो सरकार को बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए गांव स्तर पर कुटीर उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए। जिसमें कुटीर उद्योग के लिए बिना ब्याज लोन व जीएसटी माफ करने के साथ-साथ बिजली के बिलों में 50 प्रतिशत सब्सिडी देनी चाहिए। ताकि गांव स्तर पर हर युवा व महिलाओं को काम मिल सकें। जबकि गांवों में पहले बेकरी का सामान, साबुन, तेल, नमकीन, पिलंग, निवार, दरी, चद्दर, हैंडलूम आदि सारा सामान बनता था। मगर आज गांव में पूरी तरह से कुटीर उद्योग बंद हो चुके हैं। इसे पुन चालू करने की जरूरत है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने सरकार से मांग की है कि वह अपने वादे के अनुसार जीएसटी लगने के बाद मार्केट फीस देश में समाप्त करें व देश में बेरोजगारी खत्म करने के लिए व्यापार व उद्योग धंधे को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा रियायतें व सुविधा दे।

व्यापार मंडल जिला प्रधान सोहन सिंह गुज्जर, शहरी प्रधान प्रमादे बंसल, उपप्रधान तुसली अग्रवाल, डा. अशोक कुमार वर्मा, डा. नरेश शर्मा, अनाज मंडी प्रधान चांद राम पहलवान, प्रधान अतर सिंह कादयान बेरी, प्रदेश सचिव नरेन्द्र कादयान बेरी, संजय गुलिया, विनोद गर्ग, आशीश दहिया आदि व्यापारी प्रतिनिधी मौजूद थे।

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