हांसी ,6 अगस्त । मनमोहन शर्मा आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन ने हरियाणा पावर इंजीनियर एसोसिएशन के राज्य महासचिव के के मलिक को निगम प्रबंधन द्वारा निलंबित करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। यूनियन ने बिना किसी और देरी के महासचिव के के मलिक के निलंबन आदेश वापस लेने की मांग की। यूनियन ने महासचिव द्वारा उजागर किए गए भ्रष्टाचार के मामलों की उच्च स्तरीय जांच करवाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश राठी की अध्यक्षता में आयोजित राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर उक्त मांग की गई। यूनियन के नेताओं राज्य चैयरमेन दवेन्द्र हुड्डा, वरिष्ठ उप प्रधान सुभाष लांम्बा प्रेस सचिव सुरेंद्र यादव ने बताया कि हरियाणा विधुत प्रसारण निगम प्रबंधकों ने 30 जुलाई को हरियाणा पावर इंजीनियर एसोसिएशन के महासचिव के के मलिक ( जो की एसएलडीसी पानीपत में एक्शन के पद पर तैनात हैं ) को बिना कोई कारण बताए निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि निलंबित एक्शन ने एएचपीसी वर्कर यूनियन को बताया कि उन्होंने एसोसिएशन की ओर से भ्रष्टाचार के कुछ गंभीर मामले उठाए थे और उनकी जांच की मांग की थी। सरकार व निगम प्रबंधन ने भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बजाय शिकायतकर्ता को ही निलंबित कर दिया। जिससे पता चलता है कि सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है । यूनियन के नेताओं ने दो टूक कहा कि इस अन्याय के खिलाफ हरियाणा पावर इंजीनियर एसोसिएशन आंदोलन का जो भी निर्णय लेंगी,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित आल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन उसका पुरजोर समर्थन करेंगी। यूनियन 09 अगस्त को सत्याग्रह आन्दोलन में बिजली कर्मचारी बढ चढ़कर हिस्सा लेंगे! 18 अगस्त को ऊर्जा के तीनों विभाग के निजिकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे Post navigation बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने पीटीआई शिक्षकों को आश्वासन दिया मुख्य मंत्री से मिलकर बीच निकाल कर हल करवाया जाऐगा गृह विभाग में नौकरी लगाने के नाम से ठगी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया