छ उप तहसीलदारों और नायब तहसीलदार पर एफ आई आर के बाद पुरानी रजिस्ट्रीओं की हो रही जांच
गुरुग्राम में डीआरओ पद पर रहते खुद अपनी ही जमीन खरीद-फरोख्त में कर लिया राजस्व का घोटाला
2 करोड़ 67 लाख 50 हजार की डिग्री वाली जमीन की रजिस्ट्री चार अलग-अलग रजिस्ट्री के माध्यम से महज 1 करोड़ 11 लाख में कराई
मौजूदा समय में जमीन पर अवैध रूप से बिल्डिंग भी निर्मित करके अवैध रूप से बनाई प्रॉपर्टी

गुड़गांव 5 अगस्त. साइबर सिटी गुड़गांव में इस समय रजिस्ट्री घोटाले की गूंज चंडीगढ़ तक सुनाई पड़ रही है जिसमें हाल ही में उपमुख्यमंत्री द्वारा सख्त कदम उठाते हुए 6 उप तहसीलदार और एक नायब तहसीलदार को सस्पेंड करके उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया जिसके बाद से ही गुड़गांव में हुई पिछले 2 से 3 साल के दौरान अवैध रजिस्ट्रीयों की जांच तेज हो गई है इसी बीच गुड़गांव में हुई एक जमीन की चार अलग-अलग रजिस्ट्री हैरान और परेशान करने वाली है क्योंकि उक्त रजिस्ट्री खुद डी आर ओ ने अपने और अपने सगे संबंधियों के नाम कराएं जिसमें जमीन की रजिस्ट्री का सौदा बिल मुक्ता का इकरारनामा 2 करोड़ 67 लाख 50 हजार का किया जबकि इसी जमीन की रजिस्ट्री चार अलग-अलग भागों में राजस्व चोरी के लिए कराई गई जिसमें जमीन की कुल कीमत एक करोड़ 11 लाख रुपए दर्शा कर स्टांप ड्यूटी की चोरी की गई हैरानी की बात यह है कि डी आर ओ पद पर रहे क्लास वन अधिकारी मनवीर सिंह सांगवान ने खुद अपने दस्तखत करके उपरोक्त जमीन का इकरारनामा किया और उक्त जमीन में गोलमाल किया ऐसा रजिस्ट्री के कागजातों से प्रतीत होता है.

जानकारी के मुताबिक गुड़गांव ओम नगर के अंदर खसरा नंबर 21 60/ 225 हिदायतपुर छावनी जोकि डिग्री करवा कर मालिक ओम नगर का दिखाया डिग्री 27 मई 1980 को हुई जिसमें रकबा 634 वर्ग गज दर्शाया गया उसके बाद एक इकरारनामा सुनील कुमार व सरोज बाला पुत्री लक्ष्मीनारायण निवासी 241/ 20 शांति नगर गुड़गांव के नाम से रकबा 600 गज का सौदा बिल मुक्ता 2 करोड़ 67 लाख 50 हजार मैं चंद्रमणि पत्नी दयानंद सांगवान निवासी चरखी दादरी राजेश कुमारी पुत्री जगराम निवासी रेवाड़ी सरोज पत्नी मनवीर सिंह सांगवान निवासी चरखी दादरी मनवीर सिंह पुत्र दयानंद निवासी चरखी दादरी विमला पत्नी श्री कृष्ण वह श्रीमती कृष्णा पत्नी श्रीनिवास निवासी भाड़ सा जिला झज्जर के साथ दिनांक 29-03- 2018 को इकरारनामा तहरीर हुआ जिसको खुद मनवीर सिंह सांगवान तत्कालीन डी आर ओ गुड़गांव ने अपने स्वयं दस्तखत करके तहरीर कराया

उपरोक्त इकरारनामा में दर्शाई गई 600 गज की जमीन चार अलग-अलग बेनामी में 150 वर्ग गज हिस्से के तहत 27 लाख 50 हजार रुपए दर से तहसील गुड़गांव चार अलग-अलग रजिस्ट्री में दर्शाया गया जिसमें उपरोक्त अधिकारी ने पद का दुरुपयोग करते हुए लाखों रुपए की स्टांप ड्यूटी चोरी की

उपरोक्त अधिकारी द्वारा इस जमीन सौदे के पीछे किस तरह से ब्लैक मनी को छुपाने का कार्य किया गया यह डिग्री के कागजात और रजिस्ट्रीयों की जमा स्टांप ड्यूटी बयां कर बया कर रही हैं क्योंकि सीधे तौर पर इस रजिस्ट्री में ना सिर्फ स्टांप ड्यूटी की चोरी की गई बल्कि इनकम टैक्स व इंफोर्समेंट के साथ भी घपला किया गया जोकि सीधे-सीधे डिग्री और रजिस्ट्री के बीच की रकम में 50 से 55 लाख की इनकम टैक्स की चोरी बयां करती है वहीं दूसरी ओर सूत्रों की माने तो उक्त जमीन पर नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध तरीके से बिल्डिंग भी बनाई है साथ ही जमीन से जुड़े एक 20 फुट चौड़ी गली को भी बंद करके जमीन कब्जा करने की जानकारी मिली है अब देखना यह होगा की अवैध रजिस्ट्रीओं की हो रही जांच में अवैध रूप से रजिस्ट्रीया कराने वाले और कितने अधिकारियों पर कार्रवाई अमल में लाई जाती है

error: Content is protected !!