ठेकाग्राम पंचायत द्वारा गांव में ठेका न खोलने के प्रस्ताव भेजे जाने के बाद भी खुल गया ठेका भिवानी/मुकेश वत्स लॉकडाऊन के दौरान जब विभिन्न राज्य सरकारों के रेवेन्यु प्राप्त करने के रास्ते उद्योग बंद होने के चलते बंद हो गए तो लगभग सभी राज्य सरकारों ने शराब की बिक्री को रेवेन्यु का मुख्य साधन मानते हुए शराब की कीमतों में बढ़ोत्तरी करके अच्छा-खासा रेवेन्यु कमाया। अब शराब के ठेके खुलने के चलते लोग इससे परेशान नजर आ रहे हैं। भिवानी के गांव निमड़ी की पंचायत ग्रामीणों ने आज भिवानी के उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर गांव में नए अधिकृत हुए ठेके को वहां से हटाने की मांग की। गांव के सरपंच बिमला देवी व पूर्व सरपंच शेर सिंह आर्य ने बताया कि उनके गांव निमड़ी की ग्राम पंचायत द्वारा गांव में शराब का ठेका न खोले जाने को लेकर तीन बार प्रस्ताव पास करके तीन बार जिला प्रशासन को भेज दिया गया था, फिर भी गांव में शराब का ठेका खोल दिया गया। उन्होंने कहा कि शराब का ठेका ऐसी जगह खोला गया, जहां पर गांव का स्कूल, आईटीआई, इंजीनियरिंग कॉलेज व पानी भरने के लिए स्थान है। ऐसे में बड़ी संख्या में गांव के महिला-पुरूषों व युवतियों का वहां से गुजरना होता है। ऐसे में उनकी मांग है कि जिला प्रशासन इस ठेके को यहां से हटाए, ताकि ग्रामीणों को शराबियों से दो-चार न होना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार कहता है कि उसके सरकार में बड़ी पहुंच है, ऐसे में उस ठेकेदार को चाहिए कि अपनी ऊपर तक की पहुंच का प्रयोग गांव के भले के लिए करें न कि शराब के ठेका खोलने के लिए। बड़ी संख्या में गांव की महिलाओं ने पहुंचकर गांव में बने इस ठेके को यहां से हटाने की मांग की। Post navigation अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ हरियाणा 25 को करेगा पूरे प्रदेश में जिला स्तरीय प्रदर्शन कोरोनाकाल को संगीत योद्धाओं ने हराया