भिवानी/मुकेश वत्स  

अपनी बहाली की मांग को लेकर लगातार एक माह से भी ज्यादा दिन तक यहां लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे हरियाणा शारीरिक शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपना रोष प्रकट किया। आंदोलनकारियों का नेतृत्व हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग सिंह जांगड़ा ने किया। उन्होंने जींद में आयोजित हुई खाप पंचायत की महारैली की सफलता के लिए सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जींद महारैली में सामाजिक संगठनों, खाप पंचायतों, राजनैतिक व कर्मचारी संगठनों के अलावा महिलाओं की भागेदारी भी असीम थी।

उन्होंने कहा कि जींद महारैली में 21 सदस्यीय खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों द्वारा यह ऐलान किया गया कि अगर 25 जुलाई तक हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार द्वारा अगर शारीरिक शिक्षकों की नौकरी बहाल नहीं की गई तो वे खाप पंचायतों के द्वारा विचार विमर्श कर आगामी रणनीति बनाऐंगे। अबकी बार सरकार से आर-पार की लड़ाई के अलावा कर्मचारियों के पास कोई अन्य रास्ता नहीं है।

कर्मचारी नेता राजेश ढाण्डा, राजेश लाम्बा, विनोद पिंकू, सोमदत्त शर्मा, का. ओम प्रकाश, सीटू नेता रामफल देशवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि हरियाणा शारीरिक शिक्षकों ने अपनी बहाली को लेकर धरने प्रदर्शन के साथ-साथ सभी विधायकों, मंत्रियों, सांसदों तक को अलग अलग जिले में मांगपत्र सौंप चुके हैं, लेकिन उन द्वारा दिये गए आश्वासन के बाद भी आज तक कोई स्थायी हल नहीं निकला है। जिस कारण सभी कर्मचारियों में उनके प्रति रोष है।

उन्होंने कहा कि सरकार का कार्य होता है कि आमजन के हितों के अनुसार फैसले ले न कि जनता की सेवा के लिए लगाए गए कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए। सरकार लगातार कर्मचारियों का उत्पीडऩ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। आने वाले चुनाव में भी सरकार को इसका हिसाब देना होगा।

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