ज्वैलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की बजाय उल्टा मेरे ही अधिकार छीन लिए

रमेश गोयत

चंडीगढ़।हिसार के डॉ रमेश पुनिया  को आए दिन कोरोना  मामले को लेकर परेशान किया जाता है।  दूसरी व तीसरी बार उससे अब  विभाग ने  कार्यभार भी छीन लिया है। इससे पहले एक जेजेपी नेता के कोरोना मामले को लेकर  पूनिया को कार्यभार मुक्त कर दिया था। सोशल मीडिया में मामला आने के बाद अनिल विज ने फिर दोबारा  कार्यभार सौंपने के आदेश दिए थे।  अब फिर दोबारा  उनको कार्यभार मुक्त कर दिया गया।

इस सारी कहानी का अपने फेसबुक वॉल पर विस्तार से जिक्र करते हुए लिखा है. दोस्तों! बड़ा मुश्किल है भ्रष्ट व्यवस्था एवं चाटुकारिता अफसरशाही के खिलाफ लड़ना!! जिस ज्वैलर के भतीजे की शादी, लेडीज़ संगीत सहित अन्य कार्यक्रमों के बारे में मैंने 10जुलाई को रिपोर्ट दे दी थी कि शादी में 150 से 200 के बीच लोग शामिल हुए,उनमें से 130 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

बड़ा दुख होता है कि बजाए उस ज्वैलर के खिलाफ FIR करने के, उल्टा मेरे ही सारे अधिकार छीन लिए गए और जिन साथियों की टीम मेरे साथ मार्च से लेकर अब तक जी जान से कार्य करने में जुटी हुई थी उनकी ड्यूटी कहीं और लगाकर  मुझसे अलग कर दिया गया। मुझे इस कोरोना महामारी के बीच लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया।

अब मुझे एहसास होता है कि इंस्पेक्टर विष्णु की मनोस्थिति क्या रही होगी जब उन्होंने आत्महत्या की। क्योंकि इंसान का ऐसा वक्त आता है जब वह हालात से लड़ते-लड़ते हताशा का शिकार हो जाता हैऔर हार जाता है।      https://bharatsarathi.com/?p=45756                                           

लेकिन दोस्तों! मैं उन हारने वाले इंसानो में से नहीं हूं। मैं लडूंगा और आखरी दम तक लड़ता रहूंगा। आप सब का आत्मिक स्नेह और विश्वास ना तो कभी मुझे झुकने नहीं देगा और ना ही कभी टूटने नहीं देगा ऐसा मेरा विश्वास है।     

error: Content is protected !!