कार में आए व्यक्तियों बुजुर्ग को गोलियों से भूना, पंचायत चुनाव को लेकर थी रंजिश

भिवानी/मुकेश वत्स

 समीपी गांव बड़ेसरा में खूनी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले चार साल से चले आ रहे खूनी संघर्ष को पुलिस रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। गांव बडेसरा में आज बुधवार सुबह करीब सात बजे अपने घर के बाहर चबूतरे पर बैठे 77 साल के बुजुर्ग को कार में सवार होकर आए आधा दर्जन व्यक्तियों ने गोलियों से भून डाला। बुजुर्ग को पांच गोली लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

गांव में पंचायती चुनाव को लेकर चली आ रही रंजिश में एक ही परिवार के यह पांचवें व्यक्ति की हत्या है। बुजुर्ग के शव को सामान्य अस्पताल लाया गया। बवानीखेड़ा थाना पुलिस व डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंच कर घटना की जांच की। पुलिस द्वारा बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। बताया गया है कि गांव बडेसरा में खूनी खेल वर्ष 2016 के पंचायती चुनाव के बाद शुरू हुआ था। चुनाव में बबलू पहलवान की पत्नी सुदेश को विजयी घोषित कर सरपंच चुना गया। लेकिन दूसरे गुट के लोगों ने उसके खिलाफ आरटीआई लगा कर उसके प्रमाण पत्रों को जाली बताया था।

इसके बाद से ही पूर्व सरपंच पवन कुमार व बबलू पहलवान के परिवार के बीच रंजिश शुरू हो गई। नतीजा यह है कि गांव में पांच मर्डर हो चुके है। आज सुबह भी यह कहानी फिर से दोहराई गई। पूर्व सरपंच पवन का ताऊ 77 वर्षीय सूबेसिंह बुधवार सुबह करीब सात बजे अपने घर के बाहर चबूतरे पर बैठा हुआ था। इसी दौरान सफेद कार में सवार होकर आधा दर्जन लोग आए। आते ही उस पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पांच गोली लगने से सूबेसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना को लेकर गांव में दहशत बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते  ही बवानीखेड़ा थाना प्रभारी जयसिंह टीम के सााथ मौके पर पहुंचे। परिजनों की मदद से शव को सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया।

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