बिजली के सब-स्टेशन को लगाई कुंडी, डीसी के आदेश पर हुई लाईट ठीक, बिजली निगम के अधिकारियों पर फोन ने सुनने का आरोप

भिवानी/मुकेश वत्स

 शहर के सेक्टर 13 व 23 में पिछले 48 घण्टे से लाइट न होने के कारण लोगों का गुस्सा उभर कर सामने आया। बीती देर रात तक लोग बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। लोगों ने बताया कि बिजली ने होने से लगभग 5000 हज़ार परिवार प्रभावित थे। घरों में रखे इन्वेटर भी खत्म हो चुके थे। सैक्टर के लोगों द्वारा बारबार शिकायत करने पर भी निगम के कर्मचारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। अंत में सैक्टर केे लोग सड़क़ पर उतर आए और जम कर विरोध शुरू कर दिया। प्रशासन और सरकार के खिलाफ नोरेबाजी करते हुए लोग बिजली पिगम के सब स्टेशन के सामने जमा हो गए।

यंहा लोगों ने बताया कि निगम के कार्यकारी अभियंता को बारबार फोन करने के बावजूद भी उन्होने फोन सुनना पशंद नहीं किया। अंत में उन्होने अपना फोन ही बंंद कर दिया। इस पर गुस्साएं लोगों ने 33 केबह सब स्टेशन पर कुंडी लगा दी। पश्चात मौके पर पुलिस भी पहुंच गई।

इस मौके पर नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन विजय पंचगावा, वरिष्ठ एडवोकेट अविनाश सरदाना, अशोक महता, राम अवतार महेंदीया, दीपांकुर अरोड़ा, महेंद्र परूथी, संदीप सचदेवा व सैक्टर के गणमान्य लोग के साथ श्रीमती हर्ष अरोड़ा, मंजू महता, शशी, नंदनी व राज रानी के अलावा बडऱ संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं। अंत में किसी व्यक्ति की डीसी से बात हुई तो उन्होने डेढ घंटे में लाइट ठीक हो जाने का आश्वासन दिया। यंहा बिजली निगम के एसडीओ, जेई तथा काफी कर्मचारी मौके पर मौजूद थे। इस हाई पॉवर ड्रामा में डीसी के आश्वासन के दो घंटे बाद लाइट आई।

सैक्टर वासियों ने बताया कि इन सैक्टरों में लाइट पूरी न आने की दिक्कत बड़ी पुरानी है। परन्तु अब तो हद ही पार हो गई कि लाइट देा दिनों से नहीं आई। जबकि बिजली उपभोक्ता निगम को पैसे भी देता है और तकलीफ भी झेल रहा है। यह भी आरोपित है कि बिजली निगम के अधिकारी केवल अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने में लगे हुए है। इनका उपभोक्ताओं की दशा से कोई सरोकार नहीं है। निगम में भ्रष्टाचार भी अपनी चरम सीमा पर है। लिगम के कर्मचारी अपने उपभोक्ताओं की हर शिकायत को नजर अंदाज कर देते हैं और शिकायतकर्ता के प्रति तो इनका रवैया अपमानजनक होता है।

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