-43 नये संक्रमितों सहित जिला में अब कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 512
-आगामी एक सप्ताह तक अनाज मंडी व काठ मंडी पूरी तरह से बंद
-आज 2 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज

अशोक कुमार कौशिक

नारनौल । जिला महेंद्रगढ़ में अबरक का सबसे बड़ा कोरोना बम फटा है। जिला में आज 43 नए कोरोना वायरस संक्रमित केस आए हैं। अब जिला में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 512 हो गई है। अकेले नारनौल- शहर में ही 24 नये संक्रमित मिले है। इनमें से अधिकतर केस परिवार से तथा आपसी मेलमिलाप से फैसले है। सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया आज 2 कोरोना संक्रमित मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। अभी तक जिले में कुल 280 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। जिला में कोरोना के 231 केस अभी भी एक्टिव हैं। 

उन्होंने बताया कि आज 8 मोबाइल टीमों ने 273 लोगों की स्क्रीनिंग की है। जिले में 14 जुलाई तक 77020 नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 45181 मरीजों में सामान्य बीमारी पाई गई है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 के लिए अब तक जिले से 10065 सैंपल भेजे गए हैं। इनमें 633 सैंपल की रिपोर्ट आनी शेष है।नये कोरोना संक्रमित की सूची इस प्रकार है। काठमंडी नारनौल – 19,  नई मंडी नारनौल -1, ओल्ड आफिसर कालोनी- 3, नसीबपुर जेल  -1, गुवानी -1, कोरियावास – 2, दौचाना- 1, बलाह कलां- 1, मोरुंड -2, कालबा -1, छापड़ा बीबीपुर -1,  भुंगारका -1, तोबड़ा-2, अटेली – 2,  गुढा – 1, कनीना – 1, गाहडा – 1, बसई – 1 तथा बवाना से 1 संक्रमित है।

-एक ही जगह से अधिक मामले होने के कारण डीसी ने दिए आदेश

 कोविड-19 के मामले में एक ही स्थान से अधिक मामले होने के कारण आगामी एक सप्ताह तक नारनौल शहर की काठ मंडी व अनाज मंडी पूरी तरह से बंद रखी जाएंगी। इसके दोनों गेट पर पुलिस की तैनाती रहेगी। यहां से किसी भी नागरिक को अंदर या बाहर जाने की इजाजत नहीं रहेगी। ये निर्देश उपायुक्त आरके सिंह ने आज लघु सचिवालय में आयोजित जिला क्राइसिस कमेटी की बैठक में दिए।

उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि वे इंसिडेंट कमांडर होने के नाते तुरंत अनाज मंडी का दौरा करें। वहां पर नक्शा आदि बनाकर दोनों स्थानों को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए।

डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अनुरोध पर पहले दौर में इसे कम से कम एक सप्ताह के लिए बंद किया जाएगा। इसके बाद अगर जरूरत पड़ेगी तो आगे भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज एक ही जगह से इतने मामले आने के बाद जरूरी है कि यहां के आसपास के इलाकों को बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना अब बहुत ही जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि इन दोनों ही जगह नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी होगी कि वह सामान मुहैया करवाने के लिए यहां के आसपास के दुकानदारों व दूधिया के मोबाइल नंबर इन परिवारों को मुहैया कराएंगे। जहां पर लगभग 200 परिवार हैं। उन्होंने बताया कि अब तक जिला में 180 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं जिनमें से 110 कंटेनमेंट जोन अभी भी एक्टिव है।

साथ ही उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में किसी भी प्रकार का मेले आदि का आयोजन न हो। साथ ही किसी भी मंदिर मस्जिद में गुरुद्वारा में ऐसे कोई कार्यक्रम नहीं होंगे जो केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की अनुपालना नहीं करते हैं। उन्होंने ढोसी की पहाड़ी के मामले में भी स्पष्ट निर्देश दिए कि वहां पर किसी भी सूरत में धार्मिक आयोजन नहीं होना चाहिए।

डीसी ने निर्देश दिए कि एक-एक मामले की कांटेक्ट हिस्ट्री पर फोकस दिया जाए ताकि कोविड-19 की चेन को तोड़ा जा सके।

इस बैठक में एडीसी डॉ मुनीश नागपाल, एसडीएम महेंद्रगढ़ विश्राम कुमार मीणा, एसडीएम नारनौल मनीष फौगाट, एसडीएम कनीना रणवीर सिंह तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

 उपायुक्त ने चेताया

उपायुक्त ने आज जिला के नागरिकों से आह्वान किया है कि वे कोविड-19 को लेकर पूरी तरह से गंभीर रहें। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में दिए गए सभी दिशा निर्देशों की अनुपाल करें।

डीसी ने कहा कि अगर इसी तरह कोविड-19 के केस बढ़ते रहे तो हम दोबारा लॉकडाउन की स्थिति में पहुंच सकते हैं अब दोबारा से ऐसी स्थिति हम किसी भी सूरत में नहीं देखना चाहते। इससे देश व प्रदेश को बहुत अधिक आर्थिक हानि उठानी पड़ती है। ऐसे में लोग इस बात को पूरी तरह से गंभीरता से लें और बिना मास्क बाहर नहीं निकलें। सामाजिक दूरी बनाए रखें। बाजारों में अब भी कई जगह पर लापरवाही पूर्वक लोग सामाजिक दूरी का ध्यान नहीं रख रहे हैं। यह स्थिति हमारे लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है।

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