पंचकूला। कंज्यूमर्स एसोसिएशन पंचकूला इस फैसले का हार्दिक स्वागत करती हैद्य संस्था के प्रधान एनसी राणा ने बताया की यह फैसला अति सराहनीय है क्योंकि  पिंजौर कालका के लिए नगर परिषद के गठन बनने से कालका और पिंजौर क्षेत्र के लोगों के लिए विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाना अत्यंत सुविधजनक होगा। इस फैसले से न केवल पंचकूला नगर निगम क्षेत्र में तेजी से विकास होगा बल्कि पिजौर-कालका नगर परिषद क्षेत्र में भी विकास तेजी से होगाद्य कालका-पिजौर परिषद बनने से इलाके में विकास को तेजी मिलेगी और बजट भी पूर्ण होगा। अब जहां विकास होगा वही हाउस टैक्स जोकि पहले निगम में पंचकूला की तरह ज्यादा देना होता था अब वैसा नहीं रहेगा।

 संस्था के महासचिव वीके शर्मा ने बताया की निर्वाचित प्रतिनिधि न होने से पंचकूला नगर निगम में अफसरों ने मनमर्जी से शासन चला रहे थे। विकास के सारे कार्य रुक गए थे। नगर पालिका इन सभी समस्याओं का हल करने में असमर्थ थी ।कालका-पिजौर परिषद बनने से पंचकूला इलाके में विकास को तेजी मिलेगी और बजट भी पूर्ण होगा। आवारा गायों, डंपिग ग्राउंड जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए नगर निगम का फोकस क्लीयर होगा, क्योंकि अभी तक पंचकूला के अधिकारियों को पिजौर व कालका में भी अलग से समय देना पड़ता था। पंचकूला की जनता काफी समय से चुनाव का इंतजार कर रही है। सरकार ने अब फैसला कर लिया है, तो जल्द ही सभी प्रक्रियाएं पूरी करके चुनाव करवाने चाहिए। लोग अपने प्रतिनिधि चुन सकेंगे, ताकि विकास के काम करवा सकेंद्य पिछले दो साल से पिजौर-कालका-पंचकूला और साथ लगते गांवों में विकास कार्य ठप पड़े हैं।

संस्था के वरिष्ठ उपप्रधान  कैसी जिंदल कर्नल पीएस गोपाल मुख्य सलाहकार, एमएल गुप्ता सेतिया ने बताया की कालका व उसके साथ लगते गावों में आज भी कई भागों में स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं, रोड की हालत बिल्कुल खस्ता है, संपर्क मार्गों की हालत दयनीय होने के साथ-साथ कई सड़कें ऐसी हैं लेकिन उनकी रिपेयर तक नही की जा रही। संस्था के उपप्रधान वीके तरिहन वरिष्ठ सदस्य, गुलशन गिरधर वीबी कपिल, संजीव गौतम ने बताया की बहुत समय से यह मांग उठ रही थी। पिजौर एवं कालका मिलाने के कारण गांवों के लोगों को पंचकूला आना पड़ता था। अब नगर परिषद एवं पंचकूला नगर निगम अलग होने से विकास पर फोकस हो पाएगा।

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