नूह विधायक चौ. आफताब अहमद ने कहा कि मेवात डेवलपमेंट बोर्ड का गठन का मुख्य उद्देश्य मेवात क्षेत्र की गरीबी, बेरोजगारी, आर्थिक व सामाजिक पिछड़ेपन की स्तिथि को सुधारना था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले तीन सालों से बीजेपी सरकार ने कोई मीटिंग नहीं की है जो सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करता है।

बता दें कि मेवात डेवलपमेंट बोर्ड का गठन 1980 में उस वक़्त के वित मंत्री स्वर्गीय चौधरी खुर्शीद अहमद ने किया था, 40 सालों से ये बोर्ड चला आ रहा है लेकिन पिछले तीन सालों में मीटिंग ना बुलाना बीजेपी की मानसिकता को दर्शाता है।

आफताब अहमद ने कहा कि वैसे ही कोविड़ परिस्थितियों के कारण हालात इलाके में ख़राब हैं, मेवात का विकास भी बीते छह साल से बंद है, ऊपर से एम डी बी की मीटिंग ना बुलाना गलत है।
नूह विधायक व सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर मीटिंग बुलाने की मांग की है, ताकि मेवात इलाके के विकास की परियोजनाओं पर चर्चा हो सके और रुकी हुई या रोकी गई परियोजनाओं को दोबारा से शुरू कर सकें।

सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि बहुत जल्द मीटिंग बुलाई जाएगी और मेवात के विकास पर चर्चा होगी।

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