गोहाना के एसडीएस कार्यालय में तैनात एक है। आरोपी क्लर्क विनोद ने गन लाइसेंस की रिन्यूअल कराने के लिए 15 सौ रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने 500 रुपये पहले दे दिये थे और अब 1 हजार रुपये दिये थे। उस वक्त विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक अनिल नामक शख्स ने सोनीपत विजिलेंस को शिकायत दी थी कि गोहाना एसडीएम कार्यालय में तैनात क्लर्क विनोद गन लाइसेंस के रिन्युअल के लिए चार हजार रुपये मांग रहा है। जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने यह कार्यवाही की। शिकायकर्ता ने बताया कि उसे अपनी गन का लाइसेंस रिन्युअल करवाने के लिए फाइल लगाई थी लेकिन क्लर्क ने कोरोना संक्रमण के दौरान छुट्टियों के चलते फाइल लेट होने की बात कही, जिसके बाद उस फाइल को जल्दी क्लियर करवाने की एवज में रिश्वत मांगी थी। इसके बाद 1500 रुपये में बात फाइनल हुई थी। सोनीपत विजिलेंस के जांच अधिकारी सुमित धनखड़ ने बताया कि अनिल नाम के एक युवक ने शिकायत की थी कि गोहाना में गन लाइसेंस क्लर्क रिश्वत मांग रहा है। सोमवार को मौके पर आकर गोहाना एसडीम कार्यालय में कार्यरत गन लाइसेंस क्लर्क को एक हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। Post navigation पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दी मुख्यमंत्री खट्टर को चुनौती, सरकार को सब्जी मंडी में लकड़ी की बोली ना करने और सब्जी व फल पर मार्केट फ्रीस हटानी चाहिए – बजरंग गर्ग