जाम में फसें सेना के आफिसर, डाक्टर, वीआईपी गाड़ियां व आमजन फंसें
बिना आन-लाईन रजिस्टेशन के हिमाचल में नही एंटरी

रमेश गोयत
चंडीगढ़। कोरोना महामारी को लेकर अनलॉक-02 के बाद पूरे देश में आना-जाना खुल गया है। मगर हिमाचल प्रदेश में जाना अब भी आसान नही है। हिमाचल की वादियों का लुत्फ उठाने के लिए हिमाचल बार्डर पर कडी मेहनत करनी पड़ रही है। किसी को भी बिना आन-लाईन रजिस्टेशन के हिमाचल में एंटर नही करने दिया जा रहा है। हिमाचल प्रशासन ने अपने बार्डर सील कर हरियाणा सहित अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को नो एंट्री का सिग्नल कर दिया है। जिसके कारण हिमाचल-हरियाणा के बार्डर पर इस जाम में सेना के अफसर, डाक्टर, वीआईपी गाड़ियां व आमजन फंस चुके हैं।

अब जब केंद्रीय गृहमंत्रालय की गाइड लाइन जारी हो जाने के बाद में अधिकांश राज्यों ने इंटर-स्टेट सीमा खोलकर लोगों को राहत दी हैं। हिमाचल में प्रवेश करना अभी भी लोगों के लिए मुशिकल काम है, क्योंकि अभी भी सीमा पर ई-पंजीकरण व ईपास की डिमांड चल रही है।

पंचकूला से हिमाचल के नजदीक परवाणू, कुम्हारहटटी, धर्मपुरा सोलन, कसौली व्यापारिक कारणों से जाने आने वालों को भी जमकर परेशानी उठानी पड़ रही है। पंचकूला, अंबाला, यमुना नगर, कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़ आदि एरिÞया से आने वाले लोगों ने अब हिमाचल की ओर से आने वाले वाहनों और लोगों पर रोक लगाने की मांग उठानी शुरु कर दी है।

जाम में फसें परेशान लोंगों का कहना है कि हरियाणा में भी हिमाचल से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। कई किलोमीटर लंबी लाइनें लगने से फंसे लोगों की समस्या पर गृहमंत्री अनिल विज ने हिमाचल सरकार से बात कर फैसला लेने का आश्वासन दिया है।

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