गुरूग्राम, 3 जुलाई। गुरूग्राम मे कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए जरूरी है कि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपना टैस्ट करवाएं और टैस्ट रिपोर्ट आने तक अपने घर पर ही रहें। यह अपील आज गुरूग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने संवाददाता सम्मेलन में की। यह सम्मेलन सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् हाॅल में आयोजित किया गया था जिसमें गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री, निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह तथा पुलिस उपायुक्त मुख्यालय नितिका भी उपस्थित थे। मंडलायुक्त ने कहा कि गुरूग्राम में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सभी संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कुछ ऐसे मामले सामने आए जो आखिरी स्टैज पर थे और ऐसी स्थिति में चिकित्सकों के लिए मरीज को बचाना कठिन हो जाता है। उन्होंने सभी गुरूग्रामवासियों से अपील की कि यदि जरा सा भी संक्रमण का शक हो तो अपना टैस्ट अवश्य करवाएं और जब तक टैस्ट की रिपोर्ट ना आए, अपने घर में ही अलग से आइसोलेशन में रहें। अब सरकार द्वारा रैपिड एंटीजन टैस्ट निःशुल्क किए जा रहे हैं। गुरूग्राम में टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि होने की बात कहते हुए मंडलायुक्त ने बताया कि अब सिविल अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्टिंग मशीन लगी हुई है, जिससे टैस्ट रिपोर्ट पहले की अपेक्षा जल्दी आ रही है। इसके अलावा, पहले की तरह पीजीआईएमएस रोहतक तथा मैडिकल काॅलेज खानपुरकलां में भी टैस्ट के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं। यही नहीं, गुरूग्राम में रैपिड एंटीजन टैस्ट सुविधा भी शुरू की गई है। इन सभी को मिलाकर गुरूग्राम में टैस्टिंग सुविधा में इजाफा हुआ है। सरकारी तथा पेड आइसोलेशन सुविधाओं का है पूरा प्रबंध यदि व्यक्ति की रिपोर्ट पाॅजीटिव आती है और उसके घर में कोविड प्रोटोकाॅल अनुरूप पर्याप्त सुविधा है तो वह स्वयं को घर में आइसोलेट कर सकता है। इसके लिए व्यक्ति के पास अलग कमरा तथा अलग से स्नान घर व शौचालय होना अनिवार्य है। जो व्यक्ति स्वयं को घर में आइसोलेट करने में असमर्थ हैं, उनकी सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा 4 हजार कमरों की अलग से व्यवस्था की गई है जहां उसके ठहरने, खान-पान तथा उसकी देखभाल निःशुल्क की जाती है। ऐसे व्यक्ति का आइसोलेशन में रहने का सारा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है। इसके अलावा, यदि व्यक्ति और अधिक सुविधा चाहता है तो उसके लिए पेड आइसोलेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। ऐसे व्यक्ति निर्धारित दरों का भुगतान करके इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस बारे मंे उपायुक्त द्वारा जारी किए गए आदेश जिला प्रशासन की वैबसाईट पर उपलब्ध हैं तथा जानकारी जिला प्रशासन की हैल्पलाइन -1950 से भी प्राप्त की जा सकती है। एक सवाल का जवाब देते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि लोग कोरोना के लिए सैंपल देते समय अपना पता और मोबाइल नंबर ठीक दर्ज करवाएं। उन्होंने कहा कि सैंपल के समय व्यक्ति अपने किसी भी पहचान पत्र की प्रति दे सकते हैं। इन पहचान पत्रों में व्यक्ति के कार्यालय की आईडी कार्ड, आधारकार्ड आदि सहित कोई भी दस्तावेज शामिल हो सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि टैस्ट करवाने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर सही दर्ज करवाना जरूरी है। Post navigation आरती राव के जन्मदिन पर मेयर मधु आजाद ने गरीब परिवारों को दिया राशन स्नैलडील ने बुजुर्ग से की ठगी, पेमेंट लेकर नहीं भेजा सामान