-डीसी दिनभर अधिकारियों को देते रहे दिशा निर्देश -शाम को राजस्थान में प्रवेश कर गया टिडी दल नारनौल। राजस्थान की ओर से आए टिडी दल का आज जिला पर तीसरा हमला हुआ। इससे पहले 26 व 30 जून को भी जिले में टिडी दल का हमला हो चुका है। तीनों ही बार जिला प्रशासन व किसानों की सजगता से यह टिडी दल जिला में नहीं बैठ पाया। शाम तक यह दल राजस्थान की तरफ चला गया। उपायुक्त आरके सिंह आज दिन भर कृषि विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश देते रहे। कृषि उपनिदेशक जसविंदर सिंह सैनी ने बताया कि टिडी दल का एक समूह राजस्थान की ओर से आकर निंबी व चिंडालिया साइड से होते हुए बापडोली व हाजीपुर से नारनौल को क्रॉस करके नांगल चौधरी व निजामपुर खंड की ओर चला गया। उसके बाद राजस्थान में प्रवेश कर गया। वहीं दूसरा ग्रुप निजामपुर खंड के दंचौली साइड से आया था। यह समूह निजामपुर के आसपास पवेरा व सरेली के आसपास घूमता रहा और अंततः शाम तक यह दल राजस्थान की तरफ चला गया। इस संबंध में कृषि विभाग के अधिकारियों ने राजस्थान के अधिकारियों को भी पहले ही सूचित कर दिया था ताकि रात होने के बाद वहां पर राजस्थान कृषि विभाग के अधिकारी उन पर दवाई का छिड़काव करके उन्हें वहीं पर नष्ट कर सके। दोनों राज्यों के कृषि अधिकारी पल-पल की जानकारी जुटा रहे हैं तथा इस संबंध में आवश्यक रणनीति बनाई जा रही है। -सोशल मीडिया का रहा सकारात्मक रोल : डॉ हरपाल सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी हरपाल सिंह यादव ने बताया कि टीडी दल के बारे में जिले के किसानों को हर पल की जानकारी दी जा रही है। जिला के सभी कृषि अधिकारी किसानों का ग्रुप बनाकर उन्हें अलर्ट करते रहे। उन्होंने बताया कि तकनीकी के इस दौर में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा रोल है। इसी सोशल मीडिया के कारण तीन बार जिले में टीडी दल का हमला नाकाम हुआ है। किसानों को हम सही समय पर सूचना दे पा रहे हैं। सोशल मीडिया का इस मामले में बहुत बड़ा फायदा हो रहा है। सूचना मिलते ही किसान अपने अपने खेतों में पहुंचकर विभिन्न यंत्रों से शोर करके इनको भगाने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज के युग में सही समय पर सही सूचना मिलना ही सबसे बड़ी ताकत होती है। इस संबंध में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा सकारात्मक रोल रहा है। -जिलाधीश आरके सिंह ने ठीकरी पहरा लगाने जारी किए आदेश जिलाधीश आरके सिंह ने आदेश पारित कर टिड्डी दल के बचाव के लिए सभी गांवों में स्वस्थ नौजवानों को ठीकरी पहरा लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पहरे के दौरान सभी नौजवान कोविड -19 महामारी के मध्यनजर सामाजिक दूरी का पालन जरूर करें। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिए हैं कि वे जिला में सभी ग्राम पंचायतों को टिड्डी कीटनाशक दवाई उपलब्ध करवाकर पंचायतों के सहयोग से जिला के सभी फसल क्षेत्रों में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकरियों के माध्यम से सभी ग्राम पंचायतों को कीटनाशक दवाई का छिड़काव करवाने में सहयोग करने व ढोल-नगाड़ा, थाली-परात खाली पीपा आदि बजाकर शोर करके टिड्डियों को उड़ाना सुनिश्चित करवाएं। इन आदेशों की पालना करवाने की जिम्मेवारी जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी व ग्राम पंचायत की होगी। सभी थाना प्रबन्धक भी इस मामले में संबन्धित ग्राम पंचायतों से सम्पर्क बनाए रखेंगे। आदेशों में कहा गया है कि 26 जून को विभिन्न अधिकारियों की अलग-अलग उप मण्डल एवं खण्ड क्षेत्र अनुसार जिले में टिड्डी दल के आक्रमण की निगरानी व नियंत्रण ड्यूटी आवंटित करते हुए निर्देश जारी किए गए थे। जिला में टिड्डी दल के बचाव के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका मोबाईल नंबर 9466817660 है। टिड्डी दल के बचाव के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश जारी किए हुए हैं ताकि इनसे होने वाले नुकसान से बचा जा सकें। आदेशों की उल्लंघना करने वाले व्यक्ति के विरुद्घ दी पंजाब विलेज एंड स्माल टाउन एंउ पेट्रोल एक्ट 1918 की धारा 9 व 11 के तहत कार्यवाही की जाएगी। Post navigation नारनौल नप में डेपुटशन पर आये इओ के वापस मूल विभाग के आर्डर जारी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने मांग माने जाने पर पूर्व शिक्षा मंत्री का जताया आभार