पंचकूला। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर नगर निगम पंचकूला के कर्मचारियों नें प्रधान जोगेंद्र सिंह व भाग सिंह की अध्यक्षता में  नगर निगम कार्यालय के गेट पर सुबह सामूहिक अवकाश पर रहे व काम का बहिष्कार किया। टूल एंड डाउन रखा व प्रदर्शन करके अपना विरोध प्रकट किया ।

प्रर्दशन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा  प्रधान रामपाल मालिक, श्रवण कुमार जांगड़ा ने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा नगरपालिका कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया और सरकार से मांग करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों की सभी मांगों को जल्द से जल्द लागू करना चाहिए ताकि जनता को कोई परेशानी ना हो क्योंकि कर्मचारी भी जनता का एक हिस्सा है । परन्तु हरियाणा सरकार कर्मचारियों को कुछ मानती ही नहीं । सरकार जनविरोधी नीतियों को लागू करने पर उतारू है । और सभी सरकारी विभागों का निजीकरण करने में लगी इस  समय जब लोग करोना महामारी से बचने में लगे हैं।और हरियाणा सरकार जनसेवा में  विभिन्न विभागों के  कर्मचारियों की छंटनी करने में लगी हुई है।

एक तरफ तो सरकार कह रही है की कोई भी कर्मचारी नौकरी से नहीं हटाया जाए । और दूसरी तरफ बार-बार कर्मचारियों को नौकरी से निकालनें का काम किया जा रहा है। सरकार के इसी दोहरे चरित्र को देखते हुए  सभी कर्मचारियों ने विरोध प्रर्दशन करते हुए सरकार द्वारा वादाखिलाफी करने का विरोध किया। अग्निशमन व नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान आनंद व रोशन लाल आदि ने विचार रखते हुए हरियाणा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए व प्रदर्शन किया।

  हरियाणा रोडवेज चंडीगढ़ डिपो के प्रधान राजेश बेड़ला ने बताया कि हरियाणा सरकार बार-बार कर्मचारियों के साथ भेद भाव पूर्ण बर्ताव कर रही जिसके कारण कर्मचारियों में भारी रोष है । नगर निगम कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी  सामूहिक अवकाश लेकर कामकाज ठप रखा गया है । नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा जिला इकाई के चेयरमैन रोशन लाल सोमपाल आदि ने भी अपने विचार रखे और विरोध जताते हुए  कहा अगर सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को फिर भी लागू नहीं किया तो नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर प्रदेश का कर्मचारी तीन दिवसीय हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो जायेगा । समय रहते सरकार ने कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया तो 6,7 व 8 जुलाई को तीन दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल की जाएगी ।

मुख्य मांगे -हटाए गए कर्मचारी को तुरंत प्रभाव से ड्यूटी पर लिया जाए।

सुलभ शौचालय पर लगे कर्मचारी की तीन-तीन महीने की रुकी सैलरी दी जाए। 25 अप्रैल 2020 के  समझोते को लागू करो । 25 अप्रैल 2020 को हुई वार्ता में समझोते के अनुसार 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता लागू करो । ठेका प्रथा समाप्त करने । सफाई कर्मचारियों,सीवरमैंन एवं फायर कर्मचारियों की भांति तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त कर विभाग के रोल पर रखा जाये ।

24 मई के बाद मैनपावर में लगे सफाई कर्मचारियों,सीवरमैनों व फायर कर्मचारियों को भी विभाग के रोल पर रखा जाये । फायर विभाग में लगे फायरमैन व चालकों को ऑपरेटर के पद पर मर्ज किया जाए। यदि इसके बाद भी सरकार ने मांगों का समाधान नहीं किया तो सभी साथियों के सुझाव अनुसार आंदोलन के बारे आगामी निर्णय लिया जाएगा।

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