पचकूलां 30 जून- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने पैट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिशा-निर्देशों के अनुसार सारे देश में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जो रोष प्रदर्शन किया गया है उसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं और आज पहली बार पिछले 23 में पैट्रोल और डीजल के भावमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
चन्द्र मोहन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डीजल और पेट्रोल तथारसोई गैस के बढ़ते हुए मूल्यों और गलत नीतियों के कारण, किसान, मजदूर व आम आदमी की परेशानी को समझते हुए ही इसगलत नीति के विरोध में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए सोनिया गांधी ने जो बीड़ाउठाया वह प्रशनीय कदम है, उसके लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इसी का परिणाम है कि आज देश में पट्रोल औरडीजल के दामों पर अंकुश लगा है। उन्होंने वर्ष 2013 के दौरान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदी के डीजल और पेट्रोल के मूल्यों में वृद्धि के खिलाफ दिए गए बयान का उल्लेख करते हुए याद दिलाया कि उस समय उन्होंने केन्द्रसरकार को असंवेदनशील बताते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से बढ़ोतरी को तुरंत वापिस लेने की मांग की थी।
उन्होंने सवाल किया कि आज डीजल और पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को अपनी सरकार की असंवेदनशीलता नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल के दामों में निरंतर बढ़ोतरी करके केन्द्र की भाजपा सरकार नेमध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किसानों की पीठ में छूरा घोपने का काम किया है। आम आदमी आज बढ़ती मंहगाई के कारण खूनके आंसू पीने पर मजÞबूर हों रहा है। उन्होंने कहा कि एक और डीजल महंगा और दूसरी ओर श्रमिकों का अभाव। किसान आज विवश और लाचार नजर आ रहा है , आज धरती पुत्र की वेदना को समझने वाली असंवेदनशील सरकार है।
उन्होंने याद दिलाया कि मई 2014 के पश्चात् अब तक भाजपा के शासन काल में डीजल के मूल्य में एक्साइज ड्यूटी में 380 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसीप्रकार से पट्रोल के मूल्य में एक्साइज ड्यूटी में 120 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। यह भाजपा सरकार की असंवेदनशीलता का जीताजागता उदाहरण है