-प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश
– दो दिन पहले भी राजस्थान के रास्ते लाखों की संख्या में टीडी दल पहुंचा जिला महेंद्रगढ़-रेवाड़ी

अशोक कुमार कौशिक

 नारनौल। जिले में एक बार फिर टिड्डी दल आ सकता है।  जिला महेन्द्रगढ़ में, राजस्थान के झूंझंनू जिला में एक और दल हुआ सक्रिय होने की जानकारी से ही प्रशासन अलर्ट है। किसानों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। राजस्थान के झुंझनू जिले में टिड्डी दल सक्रिय होने की जानकारी मिलते ही महेंद्रगढ़ तथा रेवाड़ी  के उपायुक्तों ने अधिकारियों को अलर्ट मोड रहने के निर्देश दिए है। कृषि, बागवानी, वन, फायर, पंचायती राज, राजस्व सहित अन्य संबंधित विभागों को फील्ड में पूरी तैयारी के साथ रहने के आदेश दिये गये है। उपायुक्तों ने कृषि विभाग को कहा है कि किसानों को जागरूक करे। कृषि विभाग ने बताया कि नया टिड्डी दल करीब आधा किलोमीटर के दायरे में फैला है।

गत 26 जून को  राजस्थान के झुंझुनू जिले की सीमा की ओर से भारी संख्या में टिड्डी दल ने जिला की सीमा में प्रवेश किया और 50 के लगभग गांवों में इसका असर देखा गया था। लोग टिड्डी दल को देखकर आशंकित नजर आए। पहला दल यह टिड्डी दल आठ किलोमीटर लम्बा और पांच किलोमीटर चौड़ा बताया गया था। लोग अपने घरों की जनों पर इकठ्ठा होकर शोर मचाते रहे। किसान ने टिडियों को देखते हुए अपने अपने खेतों में ढोल नगाड़े, डीजल, पीपे,थाली बजाकर और शोर मचाकर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया। जिला महेंद्रगढ़ के गांव रामबास, लूजोता कुलताजपुर, थाना, ढ़ोसी होता हुआ यह टिड्डी दल नारनौल के सचिवालय के ऊपर से उड़ता हुआ नजर आया। हवा के साथ यह सिहमा की ओर चला गया। सीहमा खंड के गांवों, अटेली तथा कनीना खंड के गांवों से होता हुआ रेवाडी़ में पहुंचा।

फसलों को बचाने के लिए किए जाएं सभी प्रबंध

उपायुक्त ने बताया कि टीडी दल के हमले को देखते हुए संबंधित विभागों को पहले ही अलर्ट कर दिया था। आज मुस्तैदी के साथ कृषि विभाग के साथ विभिन्न विभाग मिलकर इसके बचाव के लिए लगे हुए हैं।

डीसी ने बताया कि टिडी से बचाव के लिए नारनौल हैफेड में पर्याप्त मात्रा में क्लोरोपायरीफोस दवाई पहले ही रखवा दी गई थी। आज शाम होते ही सही समय पर इस दवा का छिड़काव टैक्टर के द्वारा स्प्रे के माध्यम से किया जाएगा। आज दिन में किसान भी खुद अपने स्तर पर  विभिन्न माध्यमों से इस खतरे से बचाव के लिए धुंआ व ड्रम/ पीपा बजाकर उपाय कर रहे हैं। शाम होते ही जब यह टीडी दल  विश्राम करेगा तो उस दौरान स्प्रे किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ेगी तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी के माध्यम से भी सप्रे किया जाएगा।

उपायुक्त ने बताया कि टीडी दल के हमले से फसलों को बचाने के लिए सभी उप – मण्डलाधीश, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी अपने – अपने क्षेत्र में मौका देखेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि यह टिड्डी दल किसी एक जगह पर रुक न पाए।

इसके लिए उप कृषि निदेशक, नारनौल के पास पर्याप्त मात्रा में छिड़काव के लिए कीटनाशक दवाई और ट्रेलर पर स्थापित स्प्रे उपलब्ध है। सभी तहसीलदार नायब तहसीलदार अपने अधीनस्थ कर्मचारी, पटवारियों और सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी अपने अधीनस्थ ग्राम सचिवों और सरपंचों को जागरूक करते हुए इसके प्रबंधन के लिए काम करेंगे ताकि जिले में इसका का  नुकसान न हो।

-फसलों को बचाने के लिए खंड स्तर पर टीमों का गठन

कृषि उप निदेशक डॉ. जसविंद्र  ने बताया कि विभाग द्वारा जिलाभर में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।  सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह यादव को नोडल अधिकारी बनाया गया है। यह सभी अधिकारी आज सुबह से ही फील्ड में इसी कार्य पर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि खंड महेंद्रगढ़ में खंड कृषि अधिकारी सज्जन सिंह- 9416249360 , खंड कनीना में गजानंद – 9050511880 , खंड अटेली में  समशेर सिंह – 9416261700 , खंड नांगल चौधरी में रमेश – 8901534142 तथा खंड नारनौल में अनिल बूरा – 9813177446 को टीम का सदस्य बनाया गया है।

-ये है नियंत्रण कक्ष

उप निदेशक ने बताया कि टिडी के बारे में सूचना देने के लिए जिला मुख्यालय पर कृषि विभाग के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि टिडी दल के बारे में किसान उप मंडल कृषि अधिकारी नारनौल- 9466817660, उपमंडल कृषि अधिकारी महेंद्रगढ़ -9416249481तथा सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी नारनौल के फोन नंबर 9466817660 पर बात कर सकते हैं।

– टिड्डियों द्वारा नुकसान की भरपाई को लेकर पूर्व डिप्टी स्पीकर ने कृषि मंत्री से की बात

 जिले में 26 जून को टिड्डी दल ने किसानों की फसलों को जो नुकसान पहुँचाया है उस मामले को संज्ञान में लेते हुये पूर्व डिप्टी स्पीकर बहन संतोष यादव ने हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल से आज फ़ोन पर बात की और वस्तुस्थिति से अवगत कराया। कृषि मंत्री ने अधिकारियों से रिपोर्ट बनवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया। जब जब इलाके पर प्राकृतिक मार किसानो पर आई तब-तब बहन जी ने किसानों का साथ दिया । चाहे पीछे मानपुरा,पाथेड़ा, ढाणा में हुई ओलावृष्टी से हुये नुकसान का मामला हो  बहन संतोष यादव ने खेतो में किसानों के बीच मे बैठकर ही मुख्यमंत्री से फ़ोन पर बात की और भरपाई करवाई।

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