-लोगों ने अपने खेतों में शोर मिलकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया 
-नारनौल में टिड्डियों का प्रवेश, कृषि विभाग अलर्ट

अशोक कुमार कौशिक

 नारनौल। आज राजस्थान के झुंझुनू जिले की सीमा की ओर से टिड्डी भारी संख्या में टिड्डी दल ने जिला कनीना खंड की सीमा में प्रवेश किया।  लोग टिड्डी दल को देखकर आशंकित नजर आए। यह टिड्डी दल आठ किलोमीटर लम्बा और पांच किलोमीटर चौड़ा बताया जा रहा है। लोग अपने घरों की जनों पर इकठ्ठा होकर शोर मचाते रहे। किसान ने टिडियों को देखते हुए अपने अपने खेतों में ढोल नगाड़े, डीजल, पीपे,थाली बजाकर और शोर मचाकर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया। जिला महेंद्रगढ़ के गांव रामबास, लूजोता कुलताजपुर, थाना, ढ़ोसी होता हुआ यह टिड्डी दल आज शाम नारनोल के सचिवालय के ऊपर से उड़ता हुआ नजर आया। हवा के साथ यह सिहमा की ओर चला गया। सीहमा खंड के गांव शहरपुर, खासपुर, खतरीपुर, दुबलाना, खामपुरा, सीहमा, अटाली सहित अनेक गावों में शुक्रवार दोपहर बाद राजस्थान से चला टीडी दल पहुंचा। ढोसी से होकर शहरपुर-सीहमा आदि गांवों में प्रवेश करते हुए टीडी दल किसानों के खेत में लगी कपास-बजारे व सब्जी की बाड़ी की तरफ लपका। भारी संख्या में टीडी दल ने जिन किसानों के खेतों में धावा बोला उनकी फसल को काफी नुकसान पहुंचाया वहीं सूचना पाकर पहले से अपने खेतों में तैयार बैठे किसानों ने बर्तन बजाकर, आवाजे निकालकर तथा ध्वनि बजाकर टीडी दल को खेतों से भगाया। बाद में यह झुंड कलवाड़ी व राता गांव के आसमान तक देखा गया। धीरे धीरे यह अटेली की ओर रुख कर रहा है। 

टिड्डी दल को लेकर के कृषि विभाग ने पहले से ही चेतावनी जारी की हुई थी और लोगों को टिड्डी दल भगाने के उपाय भी बताए थे । जैसे ही आज लोगों को सूचना ही मिलनी शुरू हुई लोग एकाएक सक्रिय हो गए। आसमान में हजारों की संख्या में उड़ते टिड्डी दल ने किसानों को के चेहरे पर चिंता की लकीर खड़ी कर दी। टिड्डी दल को लेकर भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवकुमार महता और अटेली के विधायक सीताराम यादव तुंरत सक्रिय हो गये और सन्देशों के माध्यम से किसानों को आगाह करना शुरु कर दिया। 

दोनों नेताओं ने किसानों को चेताया कि टिड्डियों का बहुत बड़ा दल सिंघाना की तरफ से अपने जिला महेंद्रगढ़ में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि वह अपने खेतों में जाये और वहां पर पटाखें, थाली, किसी भी तरह की आवाज करके टिड्डियों से अपनी फसल का बचाव करें। टिड्डियों का यह दल आठ किलोमीटर लंबा और पांच किलोमीटर चौड़ा है। उन्होंने अपील की जनता खुद भी सतर्क रहें और दूसरे किसान भाइयों को भी जागरूक करें। ताकि टिड्डियों से होने वाले नुकसान से फसलों को बचाया जा सके।

सिंघाना रोड से नारनौल-कनीना की ओर यह झुंड जाता देखा गया। पहले महेंद्रगढ़ की ओर रुख था। यह दल सिहमा के पास खामपुरा से होता हुआ कलवाड़ी और राता गांव में देखा गया। यह हवा के रुख के अनुसार उड़ रहा है। कृषि विभाग की टीम निगरानी कर रही है। जहां यह झुंड ठहरेगी वहीं दवा का छिड़काव किया जायेगा।

-दिनभर मुस्तैद रहा प्रशासन, डीसी ने अधिकारियों दिए निर्देश

-फसलों को बचाने के लिए किए जाएं सभी प्रबंध
टीडी दल से फसलों को बचाने के लिए आज दिन भर पूरा जिला प्रशासन मुस्तैदी के साथ राजस्थान बॉर्डर के साथ लगने वाले गांव में तैनात रहा। टीडी दल की सूचना मिलते ही उपायुक्त आरके सिंह व पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज सहित तमाम अधिकारी फील्ड में रहे।
 इससे पहले उन्होंने सुबह ही एसडीएम नारनौल मनीष फोगाट व अन्य अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर इन्हें रोकने के लिए कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए।

उपायुक्त ने बताया कि टीडी दल के हमले को देखते हुए संबंधित विभागों को पहले ही अलर्ट कर दिया था। आज मुस्तैदी के साथ कृषि विभाग के साथ विभिन्न विभाग मिलकर इसके बचाव के लिए लगे हुए हैं।

डीसी ने बताया कि टिडी से बचाव के लिए नारनौल हैफेड में पर्याप्त मात्रा में क्लोरोपायरीफोस दवाई पहले ही रखवा दी गई थी। आज शाम होते ही सही समय पर इस दवा का छिड़काव टैक्टर के द्वारा स्प्रे के माध्यम से किया जाएगा। आज दिन में किसान भी खुद अपने स्तर पर  विभिन्न माध्यमों से इस खतरे से बचाव के लिए धुंआ व ड्रम/ पीपा बजाकर उपाय कर रहे हैं। शाम होते ही जब यह टीडी दल  विश्राम करेगा तो उस दौरान स्प्रे किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ेगी तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी के माध्यम से भी सप्रे किया जाएगा।

 उपायुक्त ने बताया कि टीडी दल के हमले से फसलों को बचाने के लिए सभी उप – मण्डलाधीश, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी अपने – अपने क्षेत्र में मौका देखेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि यह टिड्डी दल किसी एक जगह पर रुक न पाए।

 इसके लिए उप कृषि निदेशक, नारनौल के पास पर्याप्त मात्रा में छिड़काव के लिए कीटनाशक दवाई और ट्रेलर पर स्थापित स्प्रे उपलब्ध है। सभी तहसीलदार नायब तहसीलदार अपने अधीनस्थ कर्मचारी, पटवारियों और सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी अपने अधीनस्थ ग्राम सचिवों और सरपंचों को जागरूक करते हुए इसके प्रबंधन के लिए काम करेंगे ताकि जिले में इसका का  नुकसान न हो।

 -फसलों को बचाने के लिए खंड स्तर पर टीमों का गठन

कृषि उप निदेशक डॉ. जसविंद्र  ने बताया कि विभाग द्वारा जिलाभर में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।  सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह यादव को नोडल अधिकारी बनाया गया है। यह सभी अधिकारी आज सुबह से ही फील्ड में इसी कार्य पर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि खंड महेंद्रगढ़ में खंड कृषि अधिकारी सज्जन सिंह- 9416249360 , खंड कनीना में गजानंद – 9050511880 , खंड अटेली में  समशेर सिंह – 9416261700 , खंड नांगल चौधरी में रमेश – 8901534142 तथा खंड नारनौल में अनिल बूरा – 9813177446 को टीम का सदस्य बनाया गया है।

ये है नियंत्रण कक्ष

उप निदेशक ने बताया कि टिडी के बारे में सूचना देने के लिए जिला मुख्यालय पर कृषि विभाग के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि टिडी दल के बारे में किसान उप मंडल कृषि अधिकारी नारनौल- 9466817660, उपमंडल कृषि अधिकारी महेंद्रगढ़ -9416249481तथा सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी नारनौल के फोन नंबर 9466817660 पर बात कर सकते हैं।

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