-मुख्यमंत्री ने सीआईआई की ओर से राष्ट्रीय वेब सेमीनार में कही यह बात
-औषध उद्योग में भारत आत्मनिर्भरता की ओर रहा राष्ट्रीय वेबीनार का विषय
-वेब सेमीनार में पूरे भारत से 325 औषध उद्योगपतियों ने लिया हिस्सा
-कई विषयों पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताकर हरियाणा में निवेश का रास्ता किया साफ
-गुरुग्राम के उद्योगपति बोधराज सीकरी के प्रयासों को सीएम ने सराहा
-सीआईआई-उत्तर भारत शाखा ने किया आयोजन

गुरुग्राम। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा अपने यहां फार्मास्यूटिकल (दवा) पार्क बनाने को तैयार है। केंद्र सरकार अगर हरियाणा को यह पार्क हरियाणा को देती है तो यह सौभागय होगा। यह बात उन्होंने शुक्रवार को सीआईआई उत्तर भारत शाखा की ओर से-औषध उद्योग में भारत आत्मनिर्भरता की ओर-विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेब सेमीनार में बोलते हुए कही।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर देने की योजना हरियाणा सरकार ने बना ली है। हर स्तर पर सरकार इंवेस्टर्स को यहां अनुकूल माहौल देगी। उन्होंने कहा कि पानीपत में जीडी रोड के साथ 1750 एकड़ जमीन है, वहां पर फार्मास्यूटिकल पार्क बनाया जा सकता है। और भी जरूरत होगी तो उसे भी पूरा किया जाएगा। ड्रग सेक्टर में पूरी दुनिया के लिए हरियाणा अपनी अहम भूमिका निभाने को तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने करनाल में मेडिकल डिवाइज (चिकित्सा उपकरण) पार्क बनाने के लिए योजना तैयार की है। यह पार्क 25 एकड़ में विकसित किया जाएगा। एचएसआईआईडीसी इस पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग की योजना में हम पर बहुत से देश निर्भर हैं। पूरे विश्व में हम दवा की सप्लायर हैं।

अमेरिका और यूके में 40 फीसीदी दवाओं के हम निर्यातक हैं। हमारे पास टैलेंट की कमी नहीं है। अपने टैलेंट को अपने यहीं उपयोग करने को फार्मास्यूटिकल उद्योग का यहां फैलाब बहुत जरूरी है। हरियाणा इसके लिए उपयुक्त स्थान है। क्योंकि यह राजधानी के निकट है। यहां पर पिछले पांच साल में डेढ लाख करोड़ का निवेश हुआ है। यहां पर 150 से अधिक फार्मास्यूटिकल कालेज, संस्थान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ शिक्षा ही आगे नहीं बढ़ा सकती, बल्कि हमारे भीतर स्किल भी होने जरूरी हैं। तकनीकी शिक्षा अलग है और स्किल डेवेलपमेंट अलग। इस पर हमने खूब काम किया है। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूईंग में हरियाणा नॉर्थ इंडिया में तीसरे नंबर पर है। अगर कोरोना महामारी नहीं आती तो हम पहले या दूसरे नंबर पर पहुंच जाते।

कोरोना महामारी चैलेंज को अवसर के रूप में देखें

उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि इस चैलेंज को अवसर के रूप में हमें देखना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसी डायनामिक लीडरशिप के चलते हम आगे बढ़ रहे हैं। मोदी जी ने देश को आत्मविश्वास दिया है। 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर उन्होंने अपनी मंशा को साफ कर दिया कि वे हर क्षेत्र की चिंता करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट का हरियाणा में 10 फीसदी शेयर उपयोग करेंगे। निश्चित रूप से इसमें उद्योग भी शामिल हैं। बेशक हम कृषि राज्य हैं, लेकिन उद्योगों के मामले में भी हम अग्रणी हैं। यहां पर ऑटोमोबाइल और आईटी के हब हैं। गुरुग्राम इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के साथ अब लोग अपनी सेहत के लिए जागरुक हुए हैं। यह बड़ी बात है। ऐसे में अब दवा उद्योग की महत्ता और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली के तीन ओर हरियाणा है। एयरपोर्ट भले ही दिल्ली में हो, लेकिन वहां से हरियाणा मतलब गुरुग्राम में 15 मिनट में पहुंचते हैं और दिल्ली में बहुत अधिक समय लग जाता है। इसके अलावा चंडीगढ़ और हिसार एयरपोर्ट से भी हरियाणा में उद्योगों को काफी फायदा होगा। हिसार में 4000 एकड़ जमीन पर उद्योग डेस्टिनेशन बनेगा। उन्होंने गर्व से कहा कि पूरे देश में आर्थिक स्थिति के हिसाब से हरियाणा मजबूत है। उन्होंने केएमपी का भी जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली से मात्र डेढ़ घंटे में पानीपत पहुंच सकते हैं। अब तो स्पेशल रेल कॉरिडोर भी बन रहा है। पलवल से सोनीपत तक रैपिड रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम बहुत सी समस्याओं को खत्म कर देगा। हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जिसमें 15 नेशनल हाईवे हैं, जिनमें से 4 राजधानी दिल्ली से जुड़े हैं। सड़क, रेल मार्ग ओर हवाई मार्ग का सिस्टम यहां मजबूत है। मुख्यमंत्री ने बोधराज सीकरी द्वारा ब्यूरोक्रेसी की मजबूती को लेकर कही गई बात पर मुहर लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि अफसरशाही यहां पर पूरी तरह समर्पण के साथ काम करते हैं। इसलिए उन्होंने केंद्र में फार्मास्यूटिकल मंत्रालय के सचिव डा. पीडी वाघेला से कहा कि हरियाणा की तरफ थोड़ी सूई घुमा दें तो हम अच्छा काम करेंगे।

ज्ञान को विज्ञान में परिवर्तित करने का समय आ गया: बोधराज सीकरी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्र में फार्मास्यूटिकल मंत्रालय के सचिव डा. पीडी वाघेला के साथ गुरुग्राम के उद्योगपति एवं सीआईआई उत्तर भारत के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी ने कहा कि जहां ज्ञान है, वहां विज्ञान है। जहां विज्ञान है, वहां धनवान है। इसलिए अब ज्ञान को विज्ञान में परिवर्तित करने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि इसका शुभारंभ 5 हजार वर्ष पूर्व हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गीता के ज्ञान के साथ हुआ था। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ में कहा कि उन्होंने पूरे हरियाणा के 22 जिलों को एक निगाह से देखा है। उन्होंने उद्योगों की दृष्टि से कहा कि यहां पर उत्तर भारत के प्रांत भी रुचि ले रहे हैं। आज प्रतिस्पर्धा का दौर है। जो अच्छा करेगा वही आगे रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब से पूर्व की सरकारों में इच्छा शक्ति की कमी रही है। आज गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने देश-प्रदेश में इच्छा जागृत की है। एमएसएमई की परिभाषा बदलकर बड़ा काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जीन थैरेपी में हर प्रांत काम कर सकता है। यह 2 बिलियन की इंडस्ट्री है और 16 फीसदी के साथ ग्रो कर रही है। फिलहाल इसमें इंवेस्टमेंट कम है। सीकरी ने कहा कि उद्योग स्थापित करने में जो भी कठिनाइयां आती हैं, उनमें से बहुत सी दूर हो चुकी हैं, लेकिन पर्यावरण व अन्य कई विषयों पर अभी भी समस्या आ रही है। इसलिए इस पर भी काम हो। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी बात में कहा कि भविष्य में ऐसी कोई कठिनाई नहीं आएगी। सब काम तय समय से होंगे।

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