हरियाणा की जूनियर इंजीनियर सिविल पोस्ट की भर्ती के लिए हुई परीक्षा के बाद हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन द्वारा जारी की गई आंसर-की सवालों के घेरे में आ गई है क्योंकि इसको लेकर लेकर एक याचिका हाई कोर्ट में दर्ज याचिका पर सुनवाई के बाद हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जूनियर इंजीनियर सिविल पोस्ट की भर्ती के लिए हुई परीक्षा के बाद जारी की गई आंसर-की को लेकर एक याचिका हाई कोर्ट में दर्ज की गई. याचिका में कहा गया कि आंसर-की में कई जवाब गलत दर्शाए गए हैं , जिसके कारण कई उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाया l हाई कोर्ट में गुरुवार को इस मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई हुई और कोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया गया l

ज्ञातव्य है कि हरियाणा सरकार द्वारा 1624 जूनियर इंजीनियर सिविल पोस्ट निकाली गई थी. जिसमें 1 सितंबर 2019 को परीक्षा ली गई थी l परीक्षा के दो या तीन दिनों के बाद हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन द्वारा आंसर-की साइट पर अपलोड की गई ताकि उम्मीदवार जिन्होंने परीक्षा दी है वह चेक कर लें कि उनके कितने उत्तर सही है या कितने गलत l

अपलोड की गई आंसर-की में उम्मीदवार मनवीर के सात जवाब गलत निकले जिसके खिलाफ हाई कोर्ट में चुनौती दी गई. याचिकाकर्ता जो कि उम्मीदवार भी है को 60 नंबर मिले हैं जबकि जो कट-ऑफ है वह 63 नंबर है l याचिकाकर्ता का कहना है कि यदि उसके चार या पांच सवाल सही जुड़ते जो कि उसने सही लिखे हैं, तो उसका चयन हो सकता था लेकिन आंसर-की में वह गलत दिए गए हैं, ऐसे में उसका चयन नहीं हुआ l

.याचिकाकर्ता के वकील शौकीन सिंह वर्मा ने कहा कि याचिका में हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन द्वारा जो आंसर की अपलोड की गई है उसमें कौन-कौन से जवाब गलत हैं उसको लेकर लिखित में सबूत भी पेश किए हैं. जिसके जवाब में हाई कोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया गया है.l

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