अवैध कब्जे को मोदी-भाजपा सरकार ने छुपाया क्यो? विपक्ष के बार-बार सवाल उठाने पर भी सरकार ने देश व विपक्ष को विश्वास में क्यों नहीं लिया?             

17 जून 2020.  स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना से हुई हिंसक झड़प में एक सेना कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए सभी जांबाज शहीद सैनिकों को सलाम किया1 विद्रोही ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए भारत के जाबाज सैनिक अपना आत्म बलिदान करके ने में एक क्षण की भी देरी नहीं करते, जिस पर पूरे देश को अपनी तीनों सेनाओं के जांबाज सैनिकों पर अपार गर्व है1               

 विद्रोही ने कहा कि 1967 के बाद भारत-चीन सीमा पर होने वाली यह पहली बड़ी हिंसक झड़प है1 इस झड़प में पत्थर, लाठी,राड चली1 और भारतीय सैनिकों ने शहादत देने से पहले चीनी सेना को भी भारी क्षति पहुंचाने की खबर है1 पर सवाल उठता है डेढ़ माह तक लद्दाख में भारत-चीन सीमा व गलवान घाटी में तनाव होने व चीनी सेना के भारतीय सीमा मे किए जाने वाले अवैध कब्जे को मोदी-भाजपा सरकार ने छुपाया क्यो? विपक्ष के बार-बार सवाल उठाने पर भी सरकार ने देश व विपक्ष को विश्वास में क्यों नहीं लिया?             

 विद्रोही ने कहा चीन में एक पार्टी की सैनिक तानाशाही है1 जहां पारदर्शिता, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता नाम मात्र की है1 जबकि भारत संविधान के अनुसार चलने वाला दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है1 जहां कुछ भी नहीं छिपाया जाता और न हीं लंबे समय तक कुछ भी छिप सकता1 भारत-चीन सीमा पर इस विवाद निपटने के तरीके पर मोदी-भाजपा सरकार पर विपक्ष का सवाल उठाना उठना स्वभाविक है1 इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री चुप्पी साधकर ज़बाब देने से बच नहीं सकते1 उन्हें जवाब देना होगा कि आखिरकार 53 साल बाद ऐसी परिस्थितियां क्यो पैदा हुई जिसके चलते इतनी बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक शहीद हुए1             

 वहीं विद्रोही ने गुरुग्राम में बढ़ते कोरोना केसो की संख्या पर की गई समीक्षा बैठक में चुने हुए प्रतिनिधियों को शामिल न करने की भी कठोर आलोचना करते हुए पूछा खट्टर जी ने विधायकों, विपक्षी दलों की बात सुने बिना स्थिति का जायजा कैसे लिया? यह समझ से परे है1 वहीं इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री द्वारा मेवात में कथित धर्म परिवर्तन बहाने ध्रुवीकरण राजनीति करने की कठोर आलोचना की1           

विद्रोही ने कहा पहले विश्व हिंदू परिषद ने मेवात में हिंदुओं के कथित फर्जी धर्मांतरण, पलायन का मुद्दा उछाला और मुख्यमंत्री द्वारा उस पर मोहर लगाकर कथित धर्म परिवर्तन रोकने के नाम पर धर्मादा बोर्ड गठित करने की घोषणा करना बताता हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने व जनता से किए चुनावी वादों से भागकर लोगों को भावनात्मक रूप से भडक़ाकर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति के सहारे भविष्य की चुनावी वैतरणी पार करने की तिकड़मे कर रही है1

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