-कमलेश भारतीय आखिर बिनैन खाप ने सुल्तान सिंह और सोनाली को सुनने के बाद , एस पी , डीसी से मुलाकात करके हरियाणा सरकार को अल्टीमेटम दे दिया । यदि 21 जून तक कोई फैसला न आया तो खाप अपना आंदोलन शुरू कर देगी लेकिन इससे पहले एक बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से भी मिलेगी । यह दोहरा मापदंड क्यों ? इससे पहले भी बिनैन खाप के प्रतिनिधियों ने जहां सुल्तान सिंह को भरी सभा में बुलाया , वहीं सोनाली के घर आकर उनका पक्ष जाना । यहां भी दोहरा मापदंड क्यों अपनाया गया ? खाप अब भी दोहरी नीति पर चल रही है । अल्टीमेटम भी और मुलाकात भी । वाह । क्या कहने ? यदि सरकार को जरूरत महसूस होगी तो वह खुद खाप के प्रतिनिधियों को निमंत्रण नहीं दे देगी ? अभी तक इस प्रकरण की जांच चल रही है । एक तरफ हरियाणा महिला आयोग जुटा है तो दूसरी तरफ हमारे हिसार के एस पी महोदय । सब जुटे हैं लेकिन नतीजा अभी तक प्रतीक्षित । कुछ निकल कर नहीं आया अभी तक । सबसे प्रबल संभावना यह दीखती है कि इस बहुचर्चित कांड का अंत समझौते से होने वाला है । एक सरकारी कर्मचारी जो कान पर हाथ रखे चुपचाप चप्पल और थप्पड़ खाता रहा, उससे आप और क्या उम्मीद कर सकते हैं ? दबाव सह नहीं पायेगा और जैसे बालसमंद पुलिस चौकी में बंदूक की नोक पर माफीनामा लिख आया , वैसे ही एक बार और समझौते पर तैयार हो जायेगा । फिर वह सोनाली की नज़र में डाकू भी नहीं रहेगा । यदि सुल्तान सिंह ने ऐसा किया तो जो कर्मचारी उसके लिए आंदोलन चलाए हुए हैं उनका क्या होगा ? वे किसे मुंह दिखा पायेंगे ? यह सोचने की बात है । आखिर मुख्यमंत्री जी भी किसका इंतज़ार कर रहे हैं ? सोनाली को मीडिया में जाने से नहीं रोका ।सोनाली को पार्टी से तब तक निलम्बित नहीं किया गया जब तक कि फैसला न हो जाये । सारी पार्टी समर्थन में किसलिए ? क्या अकेला सुल्तान ही जिम्मेवार है ? क्या सोनाली का कोई कसूर नहीं मानते आप लोग ? इस तरह खुलेआम किसी अधिकारी के चप्पल धप्पड मारने की इजाजत अपने कार्यकर्त्ताओं और पदाधिकारियों को दे दी है ? कितने पदाधिकारी पार्टी के बल पर अधिकारियों पर धौंस जमा रहे हैं । क्यों ? सुजीत कुमार हांसी के एसडीएम को देख लेने की धमकी देते वायरल हो गये । पार्टी के अधिकारियों ने ध्यान तक नहीं दिया । इतनी अनुशासित पार्टी इस स्तर तक पहुंच जायेगी ? कभी सोचा न था । Post navigation मायानगरी का काला सच ,,,,? दास्तान कहे बिना सो गये अनिरुद्ध ,,,,