सोहना !बाबू सिंगला. सोहना तहसील कार्यालय में अवैध कॉलोनियों की रजिस्ट्रियां पंजीकृत किए जाने का गोरख धंधा जोरों पर है| तहसील अधिकारी व कर्मचारी बगैर अनापत्ति प्रमाण-पत्र लिए ही रजिस्ट्रियां करने में लगे हैं| जबकि जिला प्रशासन ने 7A की रजिस्ट्रियों पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगे हुई है| एसी रजिस्ट्रियों को पंजीकृत करना गैर क़ानूनी बताया जाता है| किन्तु तहसीलदार व कर्मचारी सभी नियमों को ताक पर रखकर रजिस्ट्रियां पंजीकृत कर रहे हैं| सूत्र बताते हैं कि उक्त कार्य करने की ऐवज में अधिकारीगण मोटा सुविधा शुल्क वसूलते हैं| जो लाखों रूपए होता है|

हैरत की बात है कि एक अधिकारी ने तो उक्त तहसील को पूर्ण रूप से कैप्चर कर लिया है| जो मोबाइल व व्हाट्सप्प के माध्यम से ही अपने लोगों को पैसे लेकर टोकन रात के समय ही वितरित कर डालता है जिससे रजिस्ट्री कराने वाले दूसरे लोग मुँह तांकते रह जाते हैं| ऐसा होने से तहसील की साख को बट्टा लग रहा है| स्थानीय नागरिकों व क्षेत्र के जागरूक लोगों ने तहसील कार्यालय की व्यवस्था सुधारने व अधिकारियों के कार्य की जाँच निष्पक्ष एजेंसी से कराए जाने की माँग की है|विदित है कि सोहना तहसील विभाग हमेशा सुर्ख़ियों में रहा है| उक्त तहसील विभाग के कार्यों की जानकारी सरकार व उच्च अधिकारियों को भली प्रकार हैं| परंतु फिर भी इस पर आज तक भी अंकुश नहीं लग सका है|

इसी क्रम में सोमवार को तहसील कार्यालय में टोकन को लेकर वकीलों व वसीकानवीसों ने जमकर हँगामा काटा| लोगों ने कंप्यूटर रूम पर ताला जड़ दिया| लोगों की भारी भीड़ तहसील कार्यालय में मौजूद थी| जो एक अधिकारी द्वारा रात्रि में ही अपने कर्मचारियों को मोबाइल के माध्यम से मनचाहे लोगों का टोकन वितरित किए जाने का विरोध कर रहे थे| बताया जाता है कि उक्त अधिकारी ने 19 टोकन अपने मनचाहे लोगों को मनमानी चलाकर वितरित कर दिए थे| जबकि ऐसे टोकन वितरित करने का कार्य कंप्यूटर ऑपरेटर का होता है| हंगामे के दौरान अधिकारीगण मौजूद नहीं थे| लोगों ने कंप्यूटर ऑपरेटर के दरवाजे पर ताला जड़ दिया तथा जमकर नारेबाजी की| ऐसा होने से तहसील विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं|

स्थानीय क्षेत्रवासियों ने तहसील विभाग की कार्य व्यवस्था दुरुस्त करके दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जाँच करे जाने की माँग की है| हंगामे के दौरान प्रवेश खटाना लखविंदर खटाना हरी शंकर गोकल अधना महेश पाल मनोज गोयल देव रत्न वीरेंद्र खटाना चन्द्र प्रकाश भटेजा नरेश खटाना अशोक कुमार आदि वकील मौजूद थे

error: Content is protected !!