10 जून 2020,    स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने पर भी मोदी-भाजपा-संघी सरकार पेट्रोल-डीजल पर पिछले 4 दिनों से हर रोज 54 से 58 पैसे प्रति लीटर भाव बढ़ाकर इस कोविड-19 संकट में भी आमजनों की जेबों पर डाका डालने पर तुली है1

 विद्रोही ने कहा कि संभावना है कि एक सप्ताह और सरकार लगातार इसी तरह 54 से 58 पैसा प्रति लीटर भाव बढ़ाकर लोगों की जेब काटती रहेगी1 पूरा देश इस समय कोविड-19 संक्रमण से उपजे हालातों के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहा है1 फिर भी केंद्र सरकार इस इस कठिन समय में भी मोदी-भाजपा सरकार लोगों की आर्थिक सहायता करने की बजाय उल्टा उन्हें ही लूट रही है1 

   विद्रोही ने कहा कि फरवरी 2020 में केंद्र की एक्साइज ड्यूटी व राज्यों का वेट मिलाकर एक लीटर पेट्रोल-डीजल पर लगभग 107 प्रतिशत का टैक्स था1 जो विगत तीन महीनों में बढक़र प्रति लीटर 275 प्रतिशत हो गया1 भारत को छोडक़र दुनिया के किसी भी देश में एक लीटर पेट्रोल-डीजल पर 275 प्रतिशत तक जितना भारी भरकम टैक्स नहीं है1 यह एक तरह से लोगों की जेबों पर खुलेआम सरकारी डाका है1

विद्रोही ने कहा विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम 41.25 डालर प्रति बैरल के आसपास है फिर भी भाजपा सरकार पेट्रोल-डीजल भाव उस अनुपात में घटाने की बजाय अंधाधुंध भाव बढाकर लोगों को लूटने में लगी है1 एक लीटर पेट्रोल की बेसिन प्राइस 19 रुपए है1 जबकि सरकार उस पर 53 रुपए प्रति लीटर का भारी भरकम टैक्स लगाकर 72 रुपए प्रति लीटर के आसपास उपभोक्ता को दे रही है1 एक लीटर पेट्रोल पर लग रहे भारी भरकम टैक्स में 35 रुपए केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी है व 18 रुपए राज्यों का वैट टैक्स है1         

विद्रोही ने केंद्र सरकार से मांग की पेट्रोल-डीजल पर 50-55 रुपए प्रति लीटर का भारी-भरकम टैक्स कम किया जाए1 विश्व बाजार में कच्चे तेल के दामों की गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को देकर पेट्रोल, डीजल में की जा रही सरकारी लूट को रोका जाए1

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