कहा: वायरल विडियो में सोनाली फोगाट के कहे अनुसार अगर मान भी लिया जाए कि सरकारी कर्मचारी सुलतान सिंह द्वारा उनको लेकर किसी तरह की कोई गलत भाषा का प्रयोग किया गया होगा, तो उसके लिए कानून है, वह सबूत देकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा सकती थीं, लेकिन उनकी ओर से किया गया ये कैसा व्यवहार था? उन्हें इस तरह शरेआम एक सरकारी कर्मचारी या किसी भी आम नागरिक से मारपीट करने का हक किसने दिया ?

पंचकूला,6 जून। आम आदमी पार्टी का कहना है कि सत्ता के नशे में मदमस्त भाजपाई गुंडागर्दी करना अपना हक समझने लगें हैं। पार्टी और सरकार होने के चलते अब तो सरकारी कर्मचारी भी उनसे डर महसूस करने लगें हैं कि पता नहीं कब कौन आकर अपनी किसी तरह की भड़ास निकाल ले। पार्टी ने हिसार में आदमपुर से चुनाव लड़ चुकी टिकटॉक चर्चित महिला भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट द्वारा एक सरकारी कर्मचारी सुलतान सिंह को उसकी डयूटी के समय थप्पड़ व चप्पलों से मारने व धमकाने की कड़ी निंदा की है तथा हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से इस मामले में सख्त कारवाई किये जाने की मांग की है।

आज यहां जारी एक बयान में पार्टी के उत्तरी हरियाणा के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि सोनाली फोगाट द्वारा सुलतान सिंह से मारपीट करने और बाद में सुलतान सिंह का जारी वीडियो जोकि काफी वायरल हो रहे हैं, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि भाजपा के कुछ लोगों में पार्टी के सत्ता में होने को लेकर गजब का गरुर है और वे आमजन को एक जिम्मेवार आदमी न समझकर अपना घरेलू नौकर समझते हैं।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से वायरल वीडियो में सोनाली फोगाट सुलतान सिंह से मारपीट कर रही हैं, उसी से उनके अहम और दादागिरी का अनुमान लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विडियो में सोनाली फोगाट के कहे अनुसार अगर मान भी लिया जाए कि सरकारी कर्मचारी सुलतान सिंह द्वारा उनको लेकर किसी तरह की कोई गलत भाषा का प्रयोग किया गया होगा, तो उसके लिए कानून है। वह सबूत देकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा सकती थीं। लेकिन उनकी ओर से किया गया ये कैसा व्यवहार था? उन्हें इस तरह शरेआम एक सरकारी कर्मचारी या किसी भी आम नागरिक से मारपीट करने का हक किसने दिया ?

गलत भाषा का जवाब मारपीट करना किसी नेता नेत्री ही नहीं बल्कि आम जन मानस के लिए भी ठीक नहीं हो सकता। पार्टी इस घटना का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि सोनाली फोगाट भाजपा की नेत्री हैं। पार्टी नले उसे पिछला विधानसभा का चुनाव आदमपुर से लड़वाया था। और अगर सरकारी कर्मचारी सुल्तान सिंह की बात पर गौर किया जाये तो सोनाली फोगाट को सुलतान सिंह से इस बात की नाराजगी थी कि जैसा कि उसने सुलतान सिंह से कहा है कि उसने विधानसभा चुनाव में सोनाली फोगाट के खिलाफ प्रचार किया था। यह उनकी उसके खिलाफ सुलतान सिंह के मुताबिक पुरानी खुन्नस थी। योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि प्रदेश में भाजपा नेत्री की अपनी सरकार है।  राज्य के गृहमंत्री अनिल विज हैं जोकि बहुत ही सख्त दिखाई जान पड़ते हैं। अगर उन्हें इस सरकारी कर्मचारी से किसी प्रकार की कोई शिकायत थी तो वे सीधे उनसे बात करके उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी करवा सकती थीं ।

योगेश्वर शर्मा ने कहा कि भले ही अनिल विज पार्टी नेताओं के खिलाफ किसी प्रकार का गलत काम करने पर कोई कारवाई न करवाते हों,मगर सरकारी कर्मचारी के खिलाफ तो वह तत्काल कारवाई करवा ही देते। लेकिन इस नेत्री ने इस घटना को अंजाम देकर कर्मचारी की जिन्दगी के साथ बहुत बडा खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में समझौते की कोशिशों और किसी का महिला होने, राजनीतिक होने या कर्मचारी होने की वजह से बचाव करने की बजाय सभी को निष्पक्ष और पूरी जांच की जानी चाहिए ताकि कानून को कोई भी यूं हल्के में ना ले। यह प्रदेश और देश के लिए शर्मनाक है। उन्होंने सरकार से इस महिला नेता के खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई किये जाने की मांग की है।