चंडीगढ़, 2 जून – हरियाणा पुलिस ने तेल पाइपलाइन से तेल चोरी के एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए रोहतक जिले से सात आरोपियों को गिरफ्तार कर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तेल पाइपलाइन से तेल चोरी की 2 वारदातों को सुलझाया है।

हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गैंग सरगना सचिन, जोगिंदर, आरती, सतबीर, प्रशांत, अनिल और कर्मबीर उर्फ काला के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि रोहतक में गैराज के कारोबार में नुकसान के बाद सचिन व अशोक (जो फरार है) ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सांपला से गुजरने वाली रेवाड़ी-पानीपत तेल पाइपलाइन सेे तेल चोरी करने की साजिश रची।

नवंबर 2019 में, दोनों ने अन्य लोगों के साथ पाकस्मा खेतों से गुजर रही पाइपलाइन से तेल चोरी करना शुरू कर दिया। जब तेल कंपनी को दिसंबर 2019 में तेल चोरी का पता चला, तो आरोपी फरार हो गया। जनवरी / फरवरी 2020 में, आरोपी ने फिर से गांव नौनंद से गुजरने वाली पाइपलाइन से तेल चोरी करना शुरू कर दिया। तेल दवाब में गिरावट के बाद, पुलिस को मामले की सूचना दी गई।

शिकायत मिलने पर, सांपला पुलिस स्टेशन और सीआईए की एक संयुक्त टीम गठित की गई जिसने तेल चोरी में शामिल गिरोह का का खुलाया करते हुए सफलतापूर्वक 7 आरोपियों को काबू किया। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी सफलता है क्योंकि यह अपराध न केवल आईओसीएल को राजस्व के नुकसान से संबंधित है, बल्कि तेल पाइपलाइन से तेल चोरी के कारण आग लगने का खतरा हो सकता है।

प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि जिस खेत से होकर तेल पाइपलाइन गुजरती थी उसके मालिक को भी इस प्लान में शामिल किया जाता था। सचिन और अशोक ने तेल की पाइपलाइन से चोरी किए गए तेल को प्रशांत, अनिल और कर्मबीर को सस्ते दामों पर बेच दिया, जिन्होंने आगे इसे दूसरों को बेचा है। प्रशांत का सोनीपत रोड, रोहतक में एक पेट्रोल पंप है। अनिल झज्जर में किराए का पेट्रोल पंप चलाता है। सचिन और अशोक ने तेल पाइपलाइन से लाखों रुपए का तेल चोरी किया है।

इस संबंध में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद, गिरोह के फरार सदस्यों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आगे की जांच जारी है।

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