पुलिस को हॉस्टल के कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें लिखा है कि मैं मम्मी और पापा से बहुत प्यार करती हूं.

रोहतक. पीजीआई में बीडीएस इंटर्न डॉक्टर ने मंगलवार शाम को होस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी. कनिका सेठी पानीपत की रहने वाली थीं और पीजीआई रोहतक से बीडीएस कर रही थी. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है. फिलहाल महिला इंटर्न की सुसाइड के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि, जांच टीम ने कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है.

बता दें कि कनिका नाम की इस बीडीएस इंटर्न ने होस्टल के कमरा नम्बर 144 में फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जा रहा है कि कनिका ने कमरे की छत से लगे पंखे से चुन्नी बांधकर फांसी लगाई. आत्महत्या के कारणों का अभी तक कोई पता नही चल पाया है और पुलिस इसकी जांच कर रही है.

मामले की गंभीरता को देखते हुए पीजीआई एसएचओ और एफएसएल एक्सपर्ट डॉ सरोज दहिया की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. डॉक्टर सरोज दहिया की टीम ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया. करीब सालभर पहले भी ओंकार नाम के एक डॉक्टर ने कुछ इसी तरह होस्टल में सुसाइड की थी और एक बार फिर वैसी ही घटना हुई है.

सुसाइड नोट में लिखी ये बात

पुलिस को हॉस्टल के कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है. पुलिस के मुताबिक, सुसाइड नोट अंग्रेजी में लिखा है. इसमें लिखा गया है, ‘मैं मम्मी और पापा से बहुत प्यार करती हूं. फरवरी महीने से काफी परेशान चल रही हूं और मैं अपनी मौत के लिए स्वयं जिम्मेदार हूं.’ हालांकि मृतका ने सुसाइड नोट में आत्महत्या करने की वजह का जिक्र नहीं किया.

पुलिस ने कही ये बात

रोहतक पुलिस के सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र बूरा ने बताया कि शाम करीब 5 बजे पुलिस को सूचना मिली थी और आत्महत्या करने वाली डॉक्टर के परिवार वाले अभी रोहतक नहीं पहुंच पाए हैं. उनके बयान होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

कुछ दिनों पहली पीजीआई की नर्स ने किया था सुसाइड

बता दें कि 11 मई को चंडीगढ़ पीजीआई की एक नर्स ने जहर का इंजेक्शन लगाकर सुसाइड कर लिया था. पीजीआई की ओपीडी में तैनात नर्सिग ऑफिसर ने अपने साथ काम करने वाली चार सीनियर ड्यूटी स्टाफ कर्मचारियों से तंग आकर इतना बड़ा कदम उठाया था. दविंदर कौर की लाश के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था. जिसमें उन्होंने पीजीआई की चार महिला कर्मचारियों को मौत का जिम्मेदार ठहराया था.

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