कैथल के मेन बाज़ार में एक छोटी सी दूकान के पीछे एक घर में अवैध रूप से सैनिटाइजर बनाया जा रहा था. जहां ये कारोबार चल रहा था वो जगह सिटी थाना व सीआईए-1 से कुछ ही दूरी पर है . कैथल. कोरोना महामारी के इस संकट में अवैध कारोबारी अपनी गतिविधयों से बाज नहीं आ रहे. ऐसा ही कुछ कैथल में हुआ. कैथल के मेन बाज़ार में अग्रवाल धर्मशाला के पास एक घर मे सैनिटाइजर बनाने का अवैध कारोबार चल रहा था जिसकी पुलिस को सूचना मिली तो सीआईए-1 और सिटी थाना पुलिस ने उक्त जगह पर छापेमारी की तो हजारों लीटर सैनिटाइजर और पैकिंग का सामान पाया गया. पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की. कैथल के मेन बाज़ार में एक छोटी सी दूकान के पीछे एक घर में अवैध रूप से सैनिटाइजर बनाया जा रहा था. जहां ये कारोबार चल रहा था वो जगह सिटी थाना व सीआईए-1 से कुछ ही दूरी पर है और बाजार के बीचोबीच है. टीम के इंचार्ज विजेंद्र त्यागी ने बताया की सूचना के अनुसार हमने यहां रेड की है. जहां पर अवैध तरिके से सैनिटाइजर बनाया जा रहा था. हजारों लीटर सैनिटाइजर व कुछ सामान मिला है. यहां होती थी सप्लाई उन्होंने बताया कि मालिक के पास ना तो किसी प्रकार की परमिशन है और ना ही लाइसेंस है. फिलहाल जांच चल रही है और पूरी जांच के बाद ही स्थिति साफ़ हो पाएगी. सैनिटाइजर की सप्लाई कैथल, गुरुग्राम और अंबाला में की जाती थी. मौके पर करीब चार से पांच लाख रुपये कीमत का सैनिटाइजर बरामद किया गया है. सैनिटाइजर बनाने के लिए दिल्ली से मंगवाया जाता था केमिकल सैनिटाइजर तैयार करने के लिए दिल्ली से केमिकल मंगवाए जाते थे. उन्हें लाकर घर में ही इसे तैयार किया जा रहा था. ड्रम में ही केमिकलों को मिलाकर सैनिटाइजर तैयार किया जा रहा था. इसके अलावा घर में पीपीई किट, मास्क, थर्मल स्केनर के भी कुछ पैकेट पाए गए हैं. टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की और ड्रग विभाग के कर्मचारियों को भी बुला लिया गया था. मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है. Post navigation आरटीआई में कैथल हुड्डा विभाग की खुली पोल, सीवरेज की निकासी नही कैथल: महंत की सुपारी देने वाले साधु को ही सुपारी किलर ने उतारा मौत के घाट, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने