सेक्टर में सीवरेज की निकासी नही सेक्टर वासियों से लिया जा सीवरेज का बिल
इन्ही की लापवाही से गवाई थी राहगीरी काकौत के सतीश ने जान:-
सीवरेज लाईन की निकासी नही है तो कहा जा रहा सीवरेज का गन्दा पानी  

चंडीगढ़/कैथल। केंद्र व राज्य सरकारें भले ही सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है और इसके लिए करोड़ों व अरबो रुपयों की योजनाये भी चलाती है। लेकिन आरटीआई से विभाग के दावों की पोल खुल रही है। क्योंकि बात जब धरातल की आए तो सचाई कुछ और ही सामने आती है। ऐसी ही एक पोल आरटीआई एक्टिविस्ट जयपाल रसूलपुर ने कैथल के हुड्डा विभाग की खोली है। जिसमे पता चला है की हुड्डा विभाग ने कैथल के सेक्टर 18 के सीवरेज लाईन की कही पर भी कोई निकासी नही की हुई। उल्टा सेक्टर वासियों से सीवरेज बिल के नाम से 199 रु. चार्ज कर रहे है। जो की सरेआम लाखों रुपयों खुली लूट है। क्योंकि जब सीवरेज की निकासी ही नही तो उसका चार्ज क्यों लिया जा रहा है। जयपाल ने बताया की हुड्डा विभाग की कमी के कारण अभी कुछ ही दिन पहले सेक्टर 18 में सीवरेज की सफाई करते हुए एक सफाई कर्मचारी की जान बचाने के लिए गांव काकोत के सतीश ने अपनी जान गवा दी थी। इसकी पूरी जिम्मेवारी हुड्डा विभाग के अधिकारियों की है क्योंकि अगर सीवरेज की निवासी होती तो सह हादशा नही होता।

क्या मांगी थी आर.टी.आई

जयपाल रसूलपुर ने बताया की उसने कुछ दिन पहले हुड्डा विभाग कैथल से सेक्टर 18 के सीवरेज को लेकर एक आरटीआई लगाई थी। जिसमे सेक्टर 18 के सीवरेज लाईन की निकासी बारे पूछा था, इसके जवाब में करनाल की हुड्डा डिवीजन ने बताया की इस समय कैथल के सेक्टर 18 के सीवरेज लाईन की निकासी कहीं पर भी नही है भविष्य में इसे पब्लिक हेल्थ की सीवरेज लाइन से जोड़ा जायेगा।

आखिर कहाँ जाता है सीवरेज का गन्दा पानी:-

जयपाल ने बताया की जब हुड्डा विभाग ने सीवरेज लाइन की निकासी ही नही की हुई तो आखिर सीवरेज का गन्दा पानी कहाँ जाता है यह सोचने वाली बात है क्योंकि हर रोज सीवरेज में गन्दा पानी तो आता है पर उसकी निकासी कहीं नही होती और अगर सीवरेज की निकासी नही होगी तो सीवरेज एसे ही ओवर-फलो होते रहेगे और आखिर कब तक सफाई कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालते रहेगे।

सीवरेज की निकासी का लेते है चार्ज

यह बात भी सामने आई है की हुड्डा विभाग सेक्टर वासियों से सीवरेज की निकासी के नाम पर 199 रूपये का बिल वसूल रहे है। जबकि वास्तव में सीवरेज की निकासी कहीं पर है। जब सुविधा ही नही है तो किस बात का लिया जाता है चार्ज और आखिर वो पैसा किस काम में लगाया जाता है इस बात पर प्रशन चीन लगता है।

जान गवाने वाले सतीश के परिवार को नही मिला कोई मुआवजा

हुड्डा की लापवाही के कारण और इन्सानित के नाते अपनी जान देकर सफाई कर्मचारी की जान बचाने वाले सतीश के परिवार को आज तक सरकार और जिला प्रशाशन की तरफ से कोई भी आर्थिक सहायता नही मिली है। उसके बड़े भाई आजाद का कहना है की हमे पैसे का लालच नही है पर हम चाहते है की मेरी भाई के नाम पर शहर में कोई पार्क या चौंक बनाया जाए ताकि और लोग भी उस से प्रेरणा लेकर किसी की जान बचा सके।

सरकार और प्रशाशन से मांग:-

जयपाल ने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि हुड्डा व अन्य जगहों के सीवरेज लाइनों की निकासी के लिए अतिशीघ्र कोई कदम उठाना चाहिए। और जब तक सीवरेज की निकासी का प्रबन्ध नही होता तब तक सीवरेज के नाम से लिए जाने वाले चार्ज को हटाया जाए। सफाई कर्मचारीयों की सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किये जाए ताकि आगे भविष्य में ईएसआई कोई भी घटना न घटे।  

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