बढ़ रहा है कोरोना का कहर, अधिकारी स्वछंद, सरकार कर रही मोदी का गुणगान, आम जनता जाए तो जाए कहां? भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिकगुरुग्राम। आज का दिन भी गुरुग्राम के लिए अच्छा नहीं रहा। कोरोना का कहर बढ़ता रहा। आज 157 मिले, जबकि पूरे हरियाणा में 202 अर्थात एक जिले में 157 और शेष 21 जिलों में 45। जिम्मेदार कौन? कोरोना पेशेंट बढऩे का सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। कल भी 115 थे। जनता और हम सोच रहे थे कि आज विधायक और अधिकारियों की ओर से कोई विशेष प्रयास किए जाएंगे, जिससे कि कोरोना के बढ़ते कहर को रोका जा सके परंतु होता तो विपरीत ही नजर आया। अधिकारी तो जैसे कार्य करते हैं, वैसे करते रहे और सत्ता पक्ष मोदी जी के यशोगान में लगा रहा। माना जाता है कि विधायक अपने क्षेत्र का सर्वेसर्वा होता है और उनकी मुसीबतों का एक पिता की तरह ध्यान रखता है और ऐसा हमारे विधायक बार-बार कह चुके हैं कि मैं गुरुग्राम में किसी को भूखा नहीं मरने दूंगा। परंतु आज जो दिखाई दे रहा है, वह कुछ और ही कह रहा है। जिस प्रकार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं, उसी प्रकार क्वारंटाइन ऐरिया तो बढ़ ही जाते हैं और क्वारंटाइन ऐरिया में सेनेटाइजेशन और वहां के व्यक्तियों की जांच आदि के कार्य होते हैं लेकिन आज नहीं दिखाई दिया कि विधायक का इस ओर कोई ध्यान हो, वह तो मोदी जी के गुणगान कर रहे थे। विधायक ही बात नहीं, भाजपा के अधिकांश नेता जो अब तक कहीं दिखाई नहीं देते थे, वे भी बाहर निकलकर आए और बड़े-बड़े दावे करने लगे कि हम प्रदेश के लगभग हर घर तक पहुंचेंगे। अब किसके भरोसे पहुंचेंगे, किस तरह पहुंचेंगे या केवल ब्यानों से ही पहुंच जाएंगे, यह तो वही जानें।वैसे एक बात जरूर है कि भाजपा के संगठन चुनाव सिर पर हैं और वर्तमान में भाजपा की अंदरूनी राजनीति जबरदस्त स्तर पर चल रही है संगठन में पद पाने के लिए न केवल जिला स्तर पर अपितु प्रदेश स्तर पर। कहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि इन चुनावों से मुख्यमंत्री का वर्तमान कद भी तय होना है। तो इस स्थिति जो नेता कोरोना से बचाव के लिए शांत नजर आ रहा थे, वे भी अब दिखाई देने लगे हैं। अब यह तो समय ही बताएगा कि किसे क्या मिलेगा लेकिन यह बात अवश्य नजर आई कि मानवता और कोरोना पीडि़तों की सेवा से अधिक उनको अपनी भविष्य और राजनीति की चिंता है। कोरोना के नाम पर राजनीति?:जबसे कोरोना आरंभ हुआ, तभी से भाजपा ने कहा कि किसी दल को इस समय राजनीति नहीं करनी चाहिए और इसमें भी कोई दो राय नहीं कि सभी दलों ने भाजपा का कोरोना के मामले में पूर्ण सहयोग किया। अब जो भाजपा की ओर से किया जा रहा है। जिस प्रकार मोदी 2.0 के गीत गाए जा रहे हैं, घर-घर कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं, मोदी के नाम से मास्क, सेनेटाइजर पहुंचाने की बात कर रहे हैं, क्या यह राजनीति नहीं है? माना जाता है कि भाजपा हिंदूओं की पार्टी है तो हिंदू धर्म में यह कहां किस किताब या शास्त्र में लिखा है कि जब सारा देश हम बात कर रहे हैं विशेषत: गुरुग्राम की मौत के साये में जी रहा है, ऐसे में भी इनके द्वारा पीडि़तों का ध्यान रखने की बजाय मोदी 2.0 की उपलब्धियों का बखान किया जा रहा है। मैंने विधायक जी से फोन पर जानना चाहा कि हरियाणा सरकार की ओर से गुरुग्राम को कोरोना के लिए सीएसआर के तहत कितना फंड मिला है, कितनी जगह सेनेटाइजेशन हुई है, जो लोग राशन कार्ड और भोजन के टोकन बना रहे हैं, उन्हें मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्स मिले हैं या नहीं, आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर्स को क्या सुविधाएं दी जा रही हैं, अभी और पूछ रहा था तो उन्होंने फोन पर जवाब दिया कि आप मुझे मिल लो, मैं ये सभी चीजें प्रशासन से पूछकर आपको बता दूंगा। उस दिन से पश्चात कोरोना का कहर बढ़ता गया। मैं दिन में एक-दो बार विधायक जी को फोन लगाता रहा, उनका फोन कभी तो नॉट रिचेबल और कभी व्यस्त आता रहा। तात्पर्य यह कि बात हुई नहीं और न ही उन्होंने कॉल बैक किया। अब प्रश्न यह है कि जब एक पत्रकार को इस प्रकार के प्रश्नों का उत्तर कहीं से नहीं मिल रहा तो इनका उत्तर आम आदमी को कहां से मिलेगा? हाल ही में फैक्ट्री, कारखानों व कंपनी वालों से बात हुई तो उनका कहना था कि हमारे साथ इस समय बड़ी कठिनाइयां हैं। न तो लेबर मिल रही है, न रॉ मेटेरियल आ रहा है और उसके बाद ऐसे मंदे में माल कहां बिकेगा यह बड़ा प्रश्न है। सामने अंधेरा ही है। हम गुरुग्राम के नागरिकों से एक बात कहना चाहेंगे कि हिम्मत यदि रखी जाए तो किसी भी परेशानी से पार पाया जाया जा सकता है। प्रशासन और सत्ता पक्ष से बेशक मदद में कुछ लापरवाही बरती जा रही हैं उनकी चिंता न कर हमें अपना ख्याल स्वयं रखना पड़ेगा, जिसके लिए मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना पड़ेगा, खान-पान के परहेज रखने पड़ेंगे और जीत निश्चित है। सरकार के नुमाइंदों से तो उम्मीद रखे मत कि वह अभी जून के महीने में आपके किसी काम आएंगे, क्योंकि 21 दिन का तो उन्हें प्रोग्राम मिला है मोदी की उपलब्धियों को गाने का। Post navigation … दिल्ली के कोरोना की लगी नजर अपनी साइबर सिटी को ! Unlock-1: आवागमन की आजादी, अब बिना पास जा सकते हैं दिल्ली से नोएडा और गुड़गांव