कोरोना संक्रमण की वजह से 40 करोड़ भारतीय रोजगार खत्म

चंडीगढ़, 30 मई: कोरोना संक्रमण की वजह से देश व प्रदेश के सभी नागरिकों को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ रहा है और इस संक्रमण ने 1930 के दशक की महामंदी और जनजीवन की अस्त-व्यस्तता को याद करवा दिया है। यह बात इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने संक्रमण से जूझ रहे किसान, मजदूर व उनके लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का मूल्यांकन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से 40 करोड़ भारतीय रोजगार खो चुके हैं। कारखाने आदि बंद पड़े हैं। हरियाणा सरकार कुछ जिलों में मोदी जी की आॅपरेशन ग्रीन योजना शुरू करने जा रही है जिसमें टमाटर, आलू, प्याज उत्पाद आदि को शामिल किया जाएगा। इन तीनों सब्जियों को मिलाकर योजना का नाम च्टीओपीज् रखा है।

इनेलो नेता ने कहा कि आॅपरेशन ग्रीन योजना पहले से ही मुख्यमंत्री भावांतर किसान योजना के नाम से वर्ष 2018 से लागू है जिसमें टमाटर, प्याज, आलू और फूलगोभी फसलों को शामिल किया गया था। इस योजना का अर्थ है कि उपरोक्त फसलों का मॉडल भाव निश्चित किया जाता है अगर बाजार में किसानों को उससे कम भाव मिलता है तो उस भाव के अंतर की भरपाई सरकार करेगी, इसलिए इसको भावांतर किसान योजना कहते हैं। परंतु जब ये योजना बुरी तरह फेल हो गई तो इसका नाम बदलकर मोदी आॅपरेशन ग्रीन योजना नाम रख दिया है।

इनेलो नेता ने कहा कि पिछले दिनों तोशाम में किसानों न सैकड़ों एकड़ में लगे टमाटर कोरोना संक्रमण की वजह से कोई मुफ्त में लेने के लिए भी तैयार नहीं था जिसकी वजह से किसानों को धरना देना पड़ा। परंतु इतना कुछ होने के बाद भी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। योजनाओं का नाम बदलने से किसान की आमदनी दुगुनी नहीं होगी। कभी तो मेरी फसल मेरा ब्यौरा, कभी मेरा पानी मेरी विरासत, पीएम किसान सम्मान निधि योजना आदि कितने ही नाम हैं जिसके बारे में सरकार कहती है कि ये किसानों की आर्थिक दशा सुधारने के लिए लागू की गई हैं परंतु किसान इन योजनाओं की वजह से मंडियों में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

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