एसडीएम आफिस के कर्मचारी की पत्नी भी संक्रमित !

इससे पहले कर्मचारी का बेटा पाया गया पाॅजिटिव.
पटौदी पालिका में हाल ही के तीनो केस वार्ड 8 के
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फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 पटौदी में पांव फैलाने के बाद एक छोटे से ब्रेक के साथ ही फिर से कोरोना कोविड 19 संक्रमण के बीते एक सप्ताह के दौरान तीन नए पाॅजिटिव केस सामने आ चुके है। अब गुुरूवार देर रात को आई संक्रमितो की रिपोर्ट में पटौदी एसडीएम आफिस के कर्मचारी की पत्नी रिपोर्ट भी कोविड 19 संक्रमित सामने आई है। इससे पहले इसी कर्मचारी का 24 वर्ष का बेटा कोविड 19 संक्रमित जांच – रिपोर्ट में पाया गया था। इसी कड़ी में करीब एक सप्ताह पहले पटौदी में ही रह रहे पूर्व मेडिकल आफिसर का बेटा भी कोविड 19 संक्रमित जांच में सामने आया। ब्रेक के बाद कोरोना, कोविड 19 संक्रमण के मामले में सबसे अधिक गौर करने वाली बात यह है कि, हाल ही के तीनों नये संक्रमित मामले वार्ड नंबर आठ और इसमें भी दो एक ही परिवार के सदस्य है।

एसडीएम आफिस कर्मचारी के बेटे के कोविड 19 संक्रमित मिलने के मामले को पटौदी एसडीएम राजेश कुमार के द्वारा बेहद गंभीरता से लिया गया, बीते सोमवार को स्टाफ के करीब सदस्यों की जांच के साथ-साथ कथित संदिग्द्ध के सेंपल भी जांच के लिए कोविड 19 जांच स्वास्थ्य टीम के द्वारा लिये गए, सूत्रों के मुताबिक सभी की रिपोर्ट अभी नहीं आ सकी है। इसी दौरान गांव डाडावास के लोगों के भी कोेविड 19 के सेंपल लिये हुए है। पटौदी पालिका क्षेत्र में कोविड 19 संक्रमित केस सामने आने के साथ ही जिला उपायुक्त के द्वारा वार्ड आठ को केंटेनमेंट एरिया व आसपास के क्षेत्र को बफर जोन घोषित किया जा चुका है।

वार्ड आठ में ही पटौदी पालिका चेयरमैन व उनकी पार्षद पत्नी भी रह रही है। पाॅजिटिव मिले पूर्व मडिकल आफिसर के बेटे के आवास के पास में ही सिने स्टार सैफ अली व करीना कपूर का आवास इब्राहिम पैलेस सहित मुख्य प्रवेश द्वार भी है। पास में ही पटौदी के एमएलए एसपी जरावता का आफिस और साथ ही पटौदी कोर्ट सहित एडवोकेटस के चैम्बर भी है। स्थानीय कई लोगों के द्वारा हैरानी सहित चिंता जाहिर की गई है कि, यहां एक सप्ताह में तीन केस पाॅजिटिव मिलने के बाद कथित रूप से शासन-प्रशासन के द्वारा वार्ड में पीड़ितों के आसपास के इलाके में रहने वालों की फिर से किसी भी प्रकार से जांच थर्मल सकैंनिग नहीं की गई, और न ही संदिग्द्ध मिलने के हालात में सेंपल ही जांच के वास्ते लिया जाना जरूरी समझा जा रहा है।

स्थानीय निवासियों का यहां तक आरोप है कि पाॅजिटिव पीड़ितो को एक-दो दिन के बाद ही अस्पताल से होम क्वाटरंाइन की शर्त के साथ छुट्टी दिया जाने के बाद, ऐसे पीड़ितों का होम क्वाटराइन का समय पूरा होने से पहले ही अपने घरों से बाहर निकलकर आने-जाने का सिलसिला और अन्य लोगों से मेल मुलाकात किया जाने का सिलसिला बना हुआ है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग सहित प्रशासन भी ऐसे लोगों को बाहर घूमने से रोक नहीं पा रहा है। जिससे कि किसी भी प्रकार से अन्य लोग अथवा निवासी संक्रमण फैलने के भयमुक्त माहौल में स्वयं को और भी अधिक सेफ महसूस कर सके।

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