आरटीआइ से हुआ खुलासा चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में सड़कों की हालत सुधारने के लिए कई साल पहले ‘हरपथ’ मोबाइल ऐप की शुरुवात की थी। जिस पर सड़कों में पड़े गड्ढों की फोटो और उस सडक की जानकारी डाल कर शिकायत दर्ज करवानी होती है और उस शिकायत का निपटारा संबंधित विभाग द्वारा मात्र 96 घंटों करने के आदेश दिए गए थे। और साथ ही सरकार ने गड्ढों की जानकारी देने वाले लोगों को प्रोत्साहन के रूप में 100 रुपये की धनराशि देने का फैसला किया था। राज्य सरकार ने इस योजना की घोषणा अपने नए बजट में की। जो 1 अप्रैल 2020 से लागू की है। शिकायत के मात्र 96 घंटों में भरने के आदेश सरकार ने बोला था की लोगों को गड्ढों की फोटो खिंचकर उसे हरपथ मोबाइल ऐप पर अपलोड करना है जिसके बदले उसको सरकार से 100 रूपये प्रोत्साहन मिलेगी, सरकार का दावा था कि गड्ढे की तस्वीर ऐप पर अपलोड होने के बाद जिओ मैपिंग के जरिए सड़क का पता लगाया जाएगा और संबंधित ठेकेदार को सूचित कर गड्ढे को 96 घंटों के भीतर भरवा दिया जाएगा। अगर निर्धारित अवधि के अंदर गड्ढा नहीं भरा जाता है, तो ठेकेदार पर प्रतिदिन एक हजार रुपये का जुर्माना राज्य सरकार द्वारा लगाया जाएगा जुर्माने की राशि में से 100-100 रुपये मुआवजे के रूप में शिकायतकर्ता को दिए जाएंगे। पीडब्लूडी के अधिकारी नही समझते अपनी जिम्मेदारी जयपाल रसुलपुर ने बताया कि पीडब्लमडी विभाग के बड़े से लेकर छोटे तक कोई भो अधिकारी सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली योजना को सीरियस नही लेता हरपथ पर शिकायत ऐसे की ऐसे पड़ी रही है न तो कोई अधिकारी मौका देखने आता और न ही समस्या का समाधान करवाता जिस से पब्लिक मे सरकार की छवि धूमिल हो रही है इस लिए हरपथ योजना को भी अपनी लापरवाही की भेंट चढ़ा दी। कैसे मिलेगी प्रोत्साहन राशि और कहाँ करना होगा आवेदन सरकर प्रोत्साहन राशि देने की बात ख रही है पर ये नही बताया की वो प्रोत्साहन राशि फोटो डालने वाले को केसे मिलेगी और उसके लिए क्या करना होगा क्योंकि इसकी जानकारी खुद विभाग के उच्च अधिकारीयों को भी नही है फिर केसे मान ले की सरकार फोटो डालने वाले को 100 रूपये प्रोत्साहन राशि देगी। आरटीआइ एक्टिविस्ट जयपाल रसुलपुर ने बताया कि आज सरकार के ये सभी दावे फेल होते नजर आ रहे है क्योंकि उसने अपने क्षेत्र की सडकों की काफी शिकायतें हरसमय एप्प पर दर्ज करवाई है जो कई महीनों से लंबित पड़ी है जिन पर आज तक कोई भी कार्यवाही नही हुई रही और रही बात प्रोत्साहन राशि की तो ये बात पूरे दावे के साथ कह सकता हूँ कि पूरे हरियाणा में एक भी शिकायत कर्ता को प्रोत्साहन के रूप में एक रुपया भी मिला हो। आरटीआइ से मांगा पूरे हरियाणा का ब्यौरा जयपाल रसुलपुर ने बताया कि उसने आरटीआइ के तहत पीडब्लूडी कैथल तथा मुख्यालय से हरपथ पर पिछले 6 महीनों से लंबित पड़ी शिकायतों व फोटो डालने वाले लोगों को दिए जाने वाली राशि तथा ठेकेदारों पर लाए गये जुर्माने का विवरण माँगा है देखते है की क्या सच सामने आता है। Post navigation 72 साल की आजादी के बाद भी मजदूर मजदूर ही क्यों: अनिल विज ’ कोरोना संक्रमण चक्र को तोडने में हर पहलू पर प्रशासन सजग ’