प्रवासी श्रमिक स्वयं को पराया न समझें, उनकी समस्या का समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है: उपायुक्त

हांसी , 19 मई। मनमोहन शर्मा 
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने प्रवासी श्रमिकों से भावनात्मक अपील करते हुए उन्हें सलाह दी है कि वे अपने आपको पराया न समझें, वे इस जिला और प्रदेश की सेवा कर रहे हैं तो उनकी हर समस्या का समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी प्रत्येक प्रवासी श्रमिक को हरियाणवी बताकर उनके प्रति अपनत्व के भाव व्यक्त कर चुके हैं।

डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जिला में औद्योगिक इकाइयां व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कार्य शुरू हो चुका है और श्रमिकों को कार्य मिलने लगा है। उद्योगों व अन्य प्रतिष्ठानों को हिदायतें दी गई हैं कि वे केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशानुसार सभी नियमों व गाइडलाइंस का पालन करते हुए कार्य करें और किसी भी मजदूर का न तो वेतन काटें और न ही किसी को नौकरी से निकालें। हो सके तो अपने यहां श्रमिकों की संख्या बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिले और उनका उत्पादन भी बढ़े।

उपायुक्त ने कहा कि जिला में कोई भी व्यक्ति अपने यहां रहने वाले किसी किराएदार को न तो किराया देने के लिए मजबूर करेगा और न ही उससे मकान खाली करने को कहेगा। यदि इस बारे में किसी किराएदार की शिकायत मिलती है तो आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिलावासी अपने आसपास रहने वाले श्रमिकों की हर संभव मदद करें और उन्हें भोजन आदि की कमी न रहने दें।

  उन्होंने कहा कि प्रशासन ने ऐसे प्रवासी श्रमिकों के लिए जिला के अलग-अलग स्थानों पर शैल्टर होम तैयार किए गए हैं जो अपने गृहराज्यों को जाने के लिए सड़क पर निकल चुके हैं और जिनके पास आश्रय नहीं है। ऐसे श्रमिकों का गर्मी के मौसम में पैदल चलना उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है, इसलिए उन्हें शैल्टर होम में शरण लेनी चाहिए जहां उनके लिए खाने व रहने सहित अन्य तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई गई है। 

  उन्होंने कहा कि घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भिजवाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा व्यवस्था बनाई गई है। ऐसे लोगों का सरकार द्वारा पंजीकरण किया जा रहा है और उनके राज्यों की सरकारों से बातचीत की जा रही है। आपसी सहमति के बाद ऐसे श्रमिकों को विशेष ट्रेनों व बसों के माध्यम से उनके गृहराज्य भिजवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रमिक धैर्य रखें और औद्योगिक इकाइयों व अन्य काम-धंधे शुरू होने के चलते पुनः अपना रोजगार शुरू करें। जिला में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।