सतविन्द्र राणा का 2 दिन का पुलिस रिमांड चंडीगढ़। पानीपत क्राइम ब्रांच की टीम ने करोड़ों रुपए की शराब तस्करी के आरोप में पूर्व विधायक सतविंदर राणा को गिरफ्तार किया है। पानीपत सीआईए ने सतविन्द्र राणा को अदालत में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इस मामलें में पहले करोड़ों रुपए की शराब तस्करी के आरोप में पुलिस पहले ही 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मामला लॉकडाउन के समय समालखा के गोदाम से 2016 से अब तक तीन बार चोरी हो चुकी है। पहले पकड़े गए आरोपियो ने 4500 शराब की पेटी चोरी करने की वारदात को कबूला था। मामले की जांच करते हुए पानीपत क्राइम में राजौंद के पूर्व विधायक सतविंदर राणा को चंडीगढ Þसैक्टर 9 से गुरूवार को गिरफ्तार किया है। पूर्व विधायक सतविंदर राणा पहले कांग्रेस पार्टी में थे, जिसके बाद अब उन्होंने जननायक जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। सतविंदर राणा कालका से भी दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। 2009 और 2014 में कालका से चुनाव लड़ा था। राणा कांग्रेस पार्टी में 2007-2014 में प्रदेश महासचिव रहे है। 1996 में कांग्रेस तिवाड़ी और 2005 में कांग्रेस आई से राजौंद हलका से विधायक बने थे। राजौंद से 1991 और 2000 में भी चुनाव लड़ा था। सतविंदर राणा मूल रूप से कैथल के गांव राजौंद के रहने वाले हैं। पिछले परिसीमन में राजौंद हलके को तोड़कर अधीन आने वाले गांवों को कलायत, असंध, जींद, सफीदों और उचाना हलकों में शामिल किया गया था। उसके बाद राजौंद गांव कलायत हल्के में शामिल हो गया था। 2019 का विधानसभा चुनाव कलायत से जेजेपी दुष्यन्त चौटाला की पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा था। हरियाणा में शराब घोटाले की बेपर्दा असलियत। कांग्रेस के राष्टÑीय मीडिया प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है। रणदीप सुरजेवाला ने सीएम खट्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में शराब घोटाले की बेपर्दा असलियत। हरियाणा में हुए शराब घोटाले में उन्हें हरियाणा सरकार से सवाल पूछते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, खट्टर साहब, हरियाणा में शराब घोटाले की असलियत बेपर्दा? कागज साथ लगा रहा हूं। आपके जबाब का इंतजार रहेगा। 25 मार्च को शराब ठेके बंद किए। फिर 26 मार्च से 31 मार्च के बीच शराब फैक्टरी से शराब निकाल शराब ठेकों पर पहुंचाने के 23 परमिट जारी क्यों? थोक शराब विक्रेता से शराब ठेकों तक शराब पहुंचाने के 96 पास जारी क्यों? वही उन्होंने सीएम से पूछा की 31 मार्च को शराब फैक्टरी, थोक शराब विक्रेता (एल-1) और शराब ठेकों (एल-13) के गोदामो की जाँच की गई या नहीं? स्टॉक में कितनी हेरा-फेरी पाई गई? क्या सूची जारी कर प्रदेश को बताएंगे? गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ क्या कार्यवाही हुई? दाल में काला नहीं, क्या सारी दाल ही काली है। Post navigation सरकार ने अनुबंध पर लगें सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला हरियाणा ने दिल्ली उच्च न्यायालय को दिया जवाब, कहा- जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को आवाजाही की मिलेगी अनुमति