14 मई 2020, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा लंबे-चौड़े दावे करके कथित आर्थिक पैकेज के आंकड़ों की बाजीगरी से गरीबों का पेट नहीं भरता1 गरीब को तत्काल रोटी चाहिए जो उसे मिल नहीं रही1विद्रोही ने कहा कि मीडिया में सुर्खियां बने रहने हरियाणा भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री गरीबों के संदर्भ में लंबे चौड़े दावे तो करते हैं, पर सवाल यह है उक्त दावे यदि सच है तो जमीन पर उनका असर क्यों नहीं दिखता? पूरे लोक डाउन के दौरान गरीब प्रवासी मजदूर भोजन के लिए सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के रहमों करम पर रहे1 पर जब से सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं ने इन गरीबों को भोजन देना बंद किया है तब से इनकी हालत बद से बदतर होती जा रही है1

विद्रोही ने कहा हरियाणा सरकार व उसके प्रशासन से गरीब प्रवासी मजदूरों को आश्वासनों, वादों, दावो का राशन मीडिया खबरों की हेडलाइन से मिलता है पर पेट की आग बुझाने भोजन नहीं मिलता1 आज भी हरियाणा में लगभग 7 लाख प्रवासी मजदूर भूखे-प्यासे रहकर अपने घर लोटने की जद्दोजहद कर रहे हैं1 पर कहीं भी सरकार व प्रशासन इन असहाय मजदूरों की भूख प्यास मिटाने की कोई व्यवस्था नहीं कर रहा1 मुख्यमंत्री खट्टरजी रोज आर्थिक संकट का रोना रोते हैं1

विद्रोही ने कहा मुख्यमंत्री अनुसार लोक डाउन में ही विगत डेढ़ माह में हरियाणा सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया1 वहीं मुख्यमंत्री के अनुसार 266 करोड रुपए मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में दान भी मिला1 फिर भी गरीबों का पेट की आग बुझाने का प्रबंध सरकार नहीं कर पा रही, यह समझ से परे है1

विद्रोही ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि गरीबों को 3 माह के राशन के रूप में गेहूं, दाल, चावल मुफ्त बांट दिया है1 पर गरीब कह रहे हैं कथित उक्त मुफ्त राशन उन्हें मिला नहीं1 राशन डिपो होल्डर भी स्वीकारते हैं कि आधे से ज्यादा राशनकार्ड धारियों को मुफ्त राशन नहीं मिला1 फिर भी मुफ्त राशन देने के नाम पर सरकार के द्वारा मीडिया में ऐसी खबरें परोसकर लोगों को ठगा जा रहा है1

विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर से आग्रह किया कि वे अपने दावों, वादो को जमीन पर उतारकर कथनी-करनी को एक करें1 वही प्रवासी मजदूरों को और तेज गति से उनके गांव में भेजा जाए1 और जब तक उन्हें गांव में नहीं भेजा जाता तब तक इन गरीब मजदूरों के भोजन की पुख्ता व्यवस्था सरकार सुनिश्चित करें

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