
चंडीगढ़, गुरुग्राम, रेवाड़ी, 29 मार्च 2025: हरियाणा में भाजपा सरकार के आने के बाद पहली बार अहीरवाल क्षेत्र के लगभग सभी भाजपा विधायकों ने एकजुट होकर नारनौल नसीबपुर में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धा राव तुलाराम सहित सभी स्वतंत्रता सेनानियों की याद में संग्राहलय बनाने की मांग की है।
अहीरवाल के भाजपा विधायकों ने दिखाया दम
स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान एक सवाल के जवाब में मंत्री राव नरबीर सिंह और नारनौल के भाजपा विधायक औमप्रकाश यादव के बीच हुई नोकझोंक के बाद, राव समर्थक सभी भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर नसीबपुर नारनौल में राव तुलाराम और 1857 के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की याद में संग्राहलय बनाने की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने इस पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए संग्राहलय बनाने का आश्वासन दिया।
अहीरवाल की राजनीति में बदलाव का संकेत
विद्रोही ने कहा कि पहली बार अहीरवाल के भाजपा विधायकों ने क्षेत्र के सम्मान और सरोकारों के लिए एकजुटता दिखाकर मुख्यमंत्री के सामने पक्ष रखा। यह अहीरवाल की राजनीति में सकारात्मक बदलाव और क्षेत्र के विकास के लिए एक शुभ संकेत है।
पुरानी घोषणा पर सवाल
वेदप्रकाश विद्रोही ने यह भी सवाल उठाया कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा 7-8 साल पूर्व नारनौल-नसीबपुर में राव तुलाराम और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की याद में स्मारक बनाने की जो घोषणा की गई थी, वह अब तक पूरी क्यों नहीं हुई? क्या यह अहीरवाल के विकास और सरोकारों के प्रति भाजपा सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये को दर्शाता है?
अहीरवाल के वीर योद्धाओं का सम्मान जरूरी
विद्रोही ने कहा कि नसीबपुर के मैदान में अहीरवाल, शेखावटी और मेवात के वीर योद्धाओं ने राव तुलाराम के नेतृत्व में 16 नवंबर 1857 को ऐतिहासिक वीरता का परिचय देते हुए 5 हजार से अधिक योद्धाओं ने अपने प्राण न्यौछावर किए। इस शौर्य और बलिदान की गूंज इतिहास में अमर है। ऐसे वीर सेनानियों की स्मृति में बनने वाले स्मारक को राजनीतिक खींचतान में उलझाना स्वतंत्रता संग्राम का अपमान है।
सरकार से शीघ्र निर्माण की मांग
विद्रोही ने मांग की कि भाजपा सरकार राजनीति से ऊपर उठकर नारनौल-नसीबपुर में राव तुलाराम और अन्य 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के वीर सेनानियों की याद में एक भव्य स्मारक और संग्रहालय का निर्माण तुरंत शुरू करे। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी कथनी और करनी में एकरूपता दिखाते हुए इस ऐतिहासिक परियोजना को शीघ्र पूरा करना चाहिए।
अहीरवाल की अस्मिता का प्रतीक बनेगा स्मारक
अहीरवाल के भाजपा विधायकों की एकजुटता और मुख्यमंत्री का आश्वासन क्षेत्र के विकास और सम्मान की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब देखना यह है कि सरकार अपने वादे को अमलीजामा पहनाकर अहीरवाल के वीर योद्धाओं को सम्मान देती है या नहीं।