पंचायत आयोजित कर स्वास्थ्य विभाग के सामने उठाया गया मामला
महिला रोग विशेषज्ञ के अभाव में प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव की मजबूरी
फतह सिंह उजाला
बोहड़ाकला / पटौदी । डबल इंजन की हैट्रिक वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाइयां सहित विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है। हालांकि इस मामले में भाजपा सरकार सहित स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा दावे किए जाते आ रहे हैं कि जल्द ही डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी और आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध होगी।
जिला स्वास्थ्य विभाग, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और हरियाणा सरकार सहित स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकर्षित किया जाने के लिए बुधवार को बोहड़ाकला पीएचसी में पंचायत का आयोजन कर यहां पर दवाइयां तथा महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर का मामला उठाया गया। यह पंचायत गांव के ही पीएससी परिसर में सरपंच मनवीर चौहान की अध्यक्षता में की गई । इस मौके पर उदयभान चौहान उर्फ छोटू चौहान, पंचायत सदस्य संदीप, फूल सिंह, सूरजपाल मास्टर अन्य ग्रामीणों के अलावा अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस पंचायत में मुख्य रूप से स्वास्थ्य अधिकारियों का ध्यान पीएचसी बोहड़ाकला में महिला रोग विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं होना की तरफ ध्यान दिलाया गया। पंचायत में बताया गया कि महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के नहीं होने की वजह से ही गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। एक तरफ तो सरकार के द्वारा सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है। दूसरी तरफ हकीकत सरकारी दावे के विपरीत बनी हुई है।
इसी प्रकार से पंचायत में यह बात भी प्रमुख रूप से उठाई गई की यहां अस्पताल में आने वाले रोगियों के द्वारा संबंधित बीमारी की दवाइयां उपलब्ध नहीं होने की शिकायतें की जा रही हैं । दवाइयां उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को अलग से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पंचायत में बोहड़ाकला के चिकित्सा अधिकारी के द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द अस्पताल में सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध करवाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा। इसी मौके पर पंचायत में मौजूद प्रबुद्ध ग्रामीणों के द्वारा आश्वासन दिया गया कि अस्पताल परिसर में एक सप्ताह में पंचायत के माध्यम से साफ सफाई भी करवाई जाएगी।