चुनावी प्रक्रिया में श्रेष्ठ योग्य और अनुभवी अधिकारी रहते हैं मौजूद परिषद के किसी वार्ड में मतदाता साढे तीन हजार तो किसी वार्ड में कुल 635 ऐसी विसंगतियां क्या उम्मीदवारों में मनभेद और मतभेद बढ़ने के लिए सत्ता पक्ष के नेताओं की खामोशी अपने आप में बन रही बहुत बड़ा सवाल फतह सिंह उजाला पटौदी । हरियाणा प्रदेश के सबसे अधिक राजस्व देने वाले जिला गुरुग्राम में गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम के साथ-साथ पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के चुनाव होना प्रस्तावित है। चुनाव के लिए वार्ड बंदी हो चुकी है और संबंधित वार्ड के अनुमानित मतदाताओं की संख्या भी सामने आ चुकी है। लेकिन जिस प्रकार की विसंगतियां वार्ड में मतदाताओं की संख्या को लेकर सामने आ रही हैं। उसे देखते हुए मांग की गई है कि बिना देरी किए सभी वार्डों में मतदाताओं की संख्या की विसंगतियां को सुधारते हुए दूर किया जाए। वार्ड संख्या और मतदाताओं की संख्या को देखते हुए सभी वार्डों में लगभग एक समान संख्या में ही वोटर संख्या भी होनी चाहिए । यह बात सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने संडे को अपने कार्यालय पर परिषद चुनाव लड़ने के दावेदार उम्मीदवारों तथा अन्य समर्थकों के बीच कहीं। उन्होंने कहा भाजपा सरकार की नीति और नियत चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर पर्दा डालने वाली बनती जा रही है । कुछ दिन पहले ही मतदान प्रक्रिया के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य देने से भी मना करने वाला कानून मोदी सरकार के द्वारा बनाया जा चुका है । उन्होंने कहा हरियाणा में और महाराष्ट्र में मतदान के बाद जिस प्रकार से वोटो की चोरी अथवा हेरा फेरी की गई, दूसरे शब्दों में लोकतंत्र की चोरी की गई, वह किसी से छिपी नहीं रही है । महाराष्ट्र में तो लोगों के द्वारा चुनाव परिणाम को अस्वीकार करते हुए वैलेट पेपर से वोट डालने की मांग की । उन्होंने कहा जिस प्रकार से निकाय चुनाव को लेकर वार्ड बंदी करते हुए विभिन्न वार्डों में कथित रूप से सत्ता पक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं के नजदीकी लोगों के वार्डों में वोटर संख्या को लेकर खेल खेला जा रहा है। यह भी लोकतंत्र से खिलवाड़ ही कहा जाएगा। कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने कहा चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होती है और होनी भी चाहिए । चुनावी प्रक्रिया में बेहद योग्य अनुभवी और श्रेष्ठ अधिकारी शामिल रहते हुए प्रक्रिया को पूरा करते हैं । उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के वार्ड नंबर 14 में केवल मात्र 635 वोटर संख्या बताई जा रही है। इसके विपरीत वार्ड नंबर 19 में साडे 3 हजार से अधिक वोटर संख्या बताई गई है । 635 वोटर संख्या में भी केवल मात्र दो महत्वपूर्ण व्यक्तियों के रिश्ते नातेदारों की संख्या सबसे अधिक चर्चा में है। पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद में कुल 22 वार्ड है और मौजूदा समय में मतदाताओं की संख्या लगभग 40000 बताई जा रही है । इस अनुपात से प्रत्येक वार्ड में 1800 से 2000 वोटर संख्या होनी चाहिए । परिषद के विभिन्न 10 वार्ड ऐसे हैं जहां मतदाताओं की संख्या 1500 से कम बताई गई है। दूसरी तरफ करीब आधा दर्जन वार्ड ऐसे हैं, जहां मतदाताओं की संख्या ढाई हजार से अधिक बताई जा रही है । इस प्रकार की विसंगतियां होना अपने आप में बहुत बड़ा सवाल बना हुआ है ? उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा संभवत सत्ता पक्ष के द्वारा पहले से ही मन बनाया जा चुका है कि येन- केन – प्रकरण ,पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद चुनाव में अपना ही अध्यक्ष बनाना और अपना ही बहुमत प्राप्त करना है। Post navigation निकाय चुनाव 2025 : पॉलिटिकल पार्टियों ने सिंबल को लेकर नहीं खोले अभी तक अपने पत्ते नकली पुलिस के शक में असली पुलिस पिटी और आरोपी हमलावर गिरफ्तार