यह घटना पटौदी क्षेत्र के गांव लोकरा में बीते दिन रात के समय की जिला पुलिस प्रवक्ता ने हमलावर आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की हमले में घायल हुए सिपाही को अस्पताल से किया गया डिस्चार्ज मुखबिर की सूचना पर दबिश देने के लिए पहुंची थी लोकरा में पुलिस फतह सिंह उजाला पटौदी । जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों के पैतृक गांव लोकरा में पुलिस पार्टी पर हमला किया जाने और पुलिस कर्मियों के चोटिल होने का मामला सामने आया है। पुलिस पार्टियों पर यह हमला नकली पुलिस कर्मी होने के शक में किया गया। कथित रूप से हालांकि पुलिसकर्मियों के द्वारा अपने अपने पहचान पत्र भी दिखाने का दावा किया जा रहा है । पुलिस पार्टी पर हमले किए जाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है । गिरफ्तार किए जाने वालों में एक महिला सहित अन्य पुरुष बताए गए हैं। पुलिस पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी की पुष्टि जिला पुलिस प्रवक्ता के द्वारा की गई है। इससे पहले इस मामले की जानकारी लेने के लिए पटौदी एसीपी को दो बार फोन किया गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। ग्रामीण और सूत्रों से उपलब्ध जानकारी के मुताबिक यह घटना दो दिन पहले की बताई गई। डीसीपी स्पेशल स्टॉप को मुखबिर के माध्यम से कोई महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई । इसी सूचना के आधार पर स्पेशल स्टाफ की टीम दो प्राइवेट वाहनों में सवार होकर मुखबिर के द्वारा बताए गए स्थान के लिए रवाना हो गई । बताया गया है स्पेशल स्टाफ टीम के द्वारा दो राइडर सवार जिसमें की एक पुलिसकर्मी और एक एसपीओ को भी अपने साथ ले लिया। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक स्पेशल स्टाफ के सदस्य बिना यूनिफार्म के सादा कपड़ों में थे और राइडर सवार दोनों पुलिसकर्मी अपनी यूनिफॉर्म में मौजूद रहे। मुखबिर के द्वारा दी गई सूचना के आधार पर पुलिस टीम के सदस्य गांव में पहुंचकर एक स्थान पर ठहर गए दिन ढले अंधेरा होने पर सड़क के किनारे खड़े वाहनों को देखकर ग्रामीणों के द्वारा वाहन में मौजूद लोगों से जानकारी मांगी गई। सूत्रों के मुताबिक बताया गया है कि वाहन मे मौजूद लोगों ने अपने आप को पुलिस स्टाफ का सदस्य बताया और अपने पहचान पत्र भी दिखाए गए। कथित रूप से इसी बीच में दोनों पक्षों के बीच में बहस और गर्म गर्मी भी हो गई । बात बढ़ते बढ़ते हाथापाई तक आ गई । बताया गया है इसी बीच एक पुलिसकर्मी जिसको की दूसरे पक्ष के लोग पहचानते थे, वह मौके से भाग निकला। उसके भागते ही दूसरे पक्ष के लोगों का शक नकली पुलिस को लेकर शक और अधिक मजबूत हो गया। बताया गया है कि इसके बाद में दूसरे पक्ष के काबू में जो कोई भी पुलिस स्टाफ में से आया उसकी अच्छी खासी धुनाई भी कर दी गई । दोनों पक्ष में हुई मारपीट की वजह से राइडर सवार दोनों स्टाफ सदस्यों को चोट आना बताया गया । जिसमें से एक सिपाही को ज्यादा चोट लगने के कारण अस्पताल मैं उपचार के लिए भर्ती करवाना पड़ा। जिला पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाई गई पुलिस का स्वास्थ्य बेहतर है और उसे छुट्टी भी दे दी गई है। ग्रामीणों के बीच में पुलिस कर्मी और दूसरे पक्ष के बीच हुए झगड़े को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं हो रही है। जिला पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना वाले दिन ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। अन्य तीन को बाद में गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तार गए किए गए आरोपियों में एक महिला तथा अन्य पुरुष आरोपी शामिल है। Post navigation सिस्टम को सुधारो ….. पटौदी जाटोली मंडी परिषद के वार्ड मतदाता संख्या विसंगतियां क्यों – पर्ल चौधरी यज्ञ में आहुतियां से प्रकृति का होता है शुद्धिकरण – महंत राजगीरी