पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद अध्यक्ष पद एससी  के लिए आरक्षित

मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस समर्थक जावेदार असमंजस में उलझे 

राजनीतिक परिवार के सदस्य अध्यक्ष पद के लिए होने लगे सक्रिय

ऐसे नेता भी सक्रिय जो जिला परिषद में परिवारवाद को लेकर देते थे नसीहत

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । राज्य चुनाव विभाग और जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर की जा रही तैयारी अंतिम चरण में है । 6 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। अब केवल और केवल इंतजार इस बात का बना हुआ है कि स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा या तिथि कब सार्वजनिक की जाएगी। इसी बीच में प्रदेश की दोनों मुख्य कांग्रेस और भाजपा पार्टी के द्वारा निकाय चुनाव अपने-अपने सिंबल पर लड़वाने की बात भी कहीं जा चुकी है। लेकिन सिंबल पर चुनाव लड़वाने का निर्णायक फैसला अभी सामने नहीं आ सका है । सीधे और सरल शब्दों में पॉलिटिकल पार्टियों के द्वारा सिंबल पर चुनाव लड़वाने के लिए अपने पत्ते अभी नहीं खोले गए हैं।

पुराना पटौदी नगर पालिका और पुराना हेली मंडी नगर पालिका के साथ लगते नो गांव को मिलाकर पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद का गठन हरियाणा की भाजपा सरकार के द्वारा किया गया। अब इस नए नगर परिषद के सदस्य चुनाव और परिषद का अध्यक्ष का चयन पहली बार किया जाएगा । पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद का अध्यक्ष पद अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है । यदि यह पद आरक्षित नहीं भी होता और सामान्य रहता तो बहुत से अध्यक्ष बनने के दावेदार मैदान में पूरी तरह सक्रिय हो चुके होते । जो की पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद का पहला अध्यक्ष बनने के लिए जनता के बीच पहुंचकर कसरत करते दिखाई देते रहे । लेकिन अब सामान्य वर्ग के अध्यक्ष बनने के दावेदार के चेहरे भी लटक चुके हैं ।

पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद की अध्यक्ष की दावेदारी को लेकर राजनीति में सक्रिय रहे या फिर राजनेताओं के परिवार के सदस्यों के चेहरे सामने आकर चमकने लगे हैं । सबसे खास बात यह है कि 2 वर्ष पहले जिला परिषद चुनाव जिसका की जिला परिषद अध्यक्ष पद भी अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित रहा , उस समय चुनाव के दौरान विशेष रूप से सत्ता पक्ष के नेताओं के द्वारा अपने मुकाबले प्रतिद्वंदियों को नसीहत दी गई कि परिवार के सदस्यों को तो चुनाव से दूर रख लो। समाज के अन्य लोगों को सामने आने का मौका देना चाहिए । अब ऐसी ही नसीहत देने वाले सत्ता पक्ष के नेता अपने ही परिवार के सदस्यों को शक्ति प्रदर्शन के साथ में इंट्रोड्यूस करने में कोई कसर नहीं छोड़ते दिखाई दे रहे। राजनीतिक परिवार के सदस्यों के अलावा ऐसे लोगों के नाम भी चर्चा में है। जो कि पहले स्थानीय निकाय राजनीतिक में सक्रिय रहते हुए पुराना हेली मंडी पालिका और पुराना पटोरी पालिका के सदस्य या फिर अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

दूसरी तरफ ऐसा पहली बार व्यवस्था की गई है कि एससी वर्ग को एससी ए और एससी भी वर्ग में अलग-अलग आरक्षण दिया गया है। इसी प्रकार से बीसीए और बीसीबी कैटिगरी के लिए भी वार्ड आरक्षण करते हुए दोनों ही कैटेगरी में महिलाओं के लिए अलग से वार्ड आरक्षित किए गए हैं । पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद में कुल 22 वार्ड में सदस्यों के चुनाव किए जाएंगे । इसी कड़ी में अनुसूचित वर्ग के लिए विभिन्न टोटल पांच वार्ड आरक्षित किए गए हैं। सामान्य महिला वर्ग के लिए विभिन्न 4 वार्ड आरक्षित किए गए हैं । पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद में सामान्य वर्ग के लिए विभिन्न नो वार्ड आरक्षित हुए हैं । अब देखना यही है कि पॉलिटिकल पार्टियों स्थानीय निकाय चुनाव अपने सिंबल पर समर्थकों या कार्यकर्ताओं को उतारने में प्राथमिकता देगी। या फिर अपने-अपने झंडा अथवा बैनर के समर्थक उम्मीदवारों को बाहर से ही समर्थन देकर जीत की बिसात बिछाने का काम किया जाएगा।

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