पटौदी ही रामपुर हाउस और राव परिवार की राजनीति की मजबूत नींव 

पटौदी का नाम हरियाणा की राजनीति में सीएम के साथ स्वर्ण अक्षरों में लिखा

पटौदी से चुनाव जीत स्वर्गीय राव वीरेंद्र विधायक और हरियाणा के सीएम बने

पटौदी जिला के अतिरिक्त अन्य नाम पर जिले की मांग तर्कसंगत ही नहीं

गुरुग्राम जिला मुख्यालय पर पुराना गुरुग्राम और नया गुरुग्राम पहले से मौजूद

फतेह सिंह उजाला 

गुरुग्राम / पटौदी । पिछले कई महीनो से और बीते चुनाव के दौरान हरियाणा प्रदेश में नए जिले बनाने को लेकर राजनीतिक माहौल उफान पर देखा जा रहा है । सबसे पहले चर्चा चली मानेसर को जिला बनाए जाने की । मानेसर नाम को लेकर जबरदस्त विरोध और महापंचायत भी हुई । केवल और केवल दावा ठोका गया नए जिले का नाम पटौदी के अलावा अन्य कोई नाम स्वीकार नहीं किया जाएगा। यहां तक की विधानसभा चुनाव से पहले पटौदी को जिला बनाने की मांग को लेकर चुनाव के बहिष्कार का ऐलान भी किया गया । हुआ कुछ भी नहीं और एक बार फिर से राजनीतिक क्षेत्र में और सोशल मीडिया पर मानेसर को जिला बनाने की चर्चा फैल रही है।

 इसी बीच में पटौदी के ही पूर्व विधायक कांग्रेस नेता स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी एससी सेल की प्रदेश महासचिव पर्ल चौधरी ने सवाल उठाया है , नया जिला “ग्रेटर गुरुग्राम” या “न्यू गुरुग्राम” सहयोग अथवा प्रयोग के पीछे कोई बड़ी राजनीति का खेल तो नहीं है ? कांग्रेस नेत्री श्रीमती चौधरी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठाते हुए साफ-साफ और ठोस शब्दों में कहा है कि पटौदी वास्तव में रामपुर हाउस, स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह और उनके पुत्र केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मजबूत राजनीतिक नींव सबसे पहले है । हरियाणा बनने के बाद से वर्ष 2024 तक जितने भी विधानसभा चुनाव हुए। जितने भी यहां से जन प्रतिनिधि चुने गए उनके सभी के नाम के साथ में पटौदी विधानसभा क्षेत्र ही लगा हुआ है । कांग्रेस नेत्री श्रीमती चौधरी का तो यहां तक साफ-साफ कहना है कि स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह देश और प्रदेश की राजनीति में रामपुर हाउस की पकड़ को देखते हुए तथा केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रति जन समर्थन को ध्यान में रखते हुए केवल और केवल पटौदी नाम से ही जिला बनाए जाने की पहले और आखिरी मांग करते हुए इसे पूरा भी करवाया जाने की जरूरत है।

कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने कहा रामपुरा हाउस की राजनीति पर ध्यान दिया जाए तो आज स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह की तीसरी पीढ़ी हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के रूप में देश और प्रदेश के सामने है। आरती सिंह राव आज जिस मुकाम पर पहुंची है ,उसकी राजनीतिक नींव और आधारशिला पटौदी विधानसभा क्षेत्र अथवा पटौदी नाम ही है । क्या आज ऐसा कोई कहने का साहस दिखा  सकता है कि पटौदी से हरियाणा प्रदेश को या फिर दक्षिणी हरियाणा से पहले मुख्यमंत्री नहीं मिला? जिस क्षेत्र से हरियाणा प्रदेश और दक्षिणी हरियाणा से पहला मुख्यमंत्री मिला हो, आखिर ऐसा कौन सा कारण और राजनीतिक मजबूरी या फिर राजनीतिक खेल खेला जा रहा है? जो पटौदी के विपरीत प्रस्तावित नया जिला का नाम ग्रेटर गुरुग्राम या फिर न्यू गुरुग्राम के नाम से किया जाने के लिए ज्ञापन और मांग पत्र सोपे जा रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पटौदी से विधानसभा चुनाव लड़ने वाली श्रीमती पर्ल चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा है कि पटौदी अतीत में रियासत रहा है। मौजूदा समय में पटौदी रामपुरा हाउस, स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह, केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और अब उनकी पुत्री आरती सिंह राव की राजनीतिक विरासत भी है । इस बात को इनकार करने नजरअंदाज करने या मना करने का हरियाणा प्रदेश और देश में किसी में भी साहस नहीं हो सकता ? पटौदी जो कि आज की तारीख में सब डिवीजन मुख्यालय है। यहां पर सबडिवीजन ऑफिस, एसीपी ऑफिस, पावर हाउस, शिक्षण संस्थाएं, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी अनाज मंडी जाटोली, हुड्डा का सेक्टर, पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद, मानेसर नगर निगम सहित और भी ऐसे संस्थान हैं । जो की पटौदी क्षेत्र के चारों तरफ आने जाने वाले नेशनल हाईवे और राज्य राजमार्ग से कनेक्ट हैं । 

कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने कहा जिला मुख्यालय गुरुग्राम को देखा जाए तो वहां पहले से ही पुराना गुरुग्राम और अब नया गुरुग्राम के रूप में शहर की देश और दुनिया में अपनी पहचान बन चुकी है । दूसरी तरफ गुरुग्राम में ही नया गुरुग्राम जिला की पैरवी की जा रही है। ऐसा किया जाना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं लगता । जिला मुख्यालय गुरुग्राम और जिला रेवाड़ी मुख्यालय से दूसरी तरफ नूह से लेकर झज्जर के बीच में पटौदी भौगोलिक रूप से केंद्र में मौजूद है। उन्होंने देश-प्रदेश की राजनीति के केंद्र रामपुर हाउस पटौदी से चुने गए हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह अब मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और हरियाणा प्रदेश में उनकी पुत्री आरती सिंह राव का प्रतिनिधित्व देखते हुए केवल और केवल पटौदी नाम से जिला बनाया जाना ही रामपुर हाउस साथ ही स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह का भी सबसे बड़ा सम्मान होगा। 

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