भारत सारथी गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम के थाना राजेंद्रा पार्क क्षेत्र में रहने वाली एक सातवीं कक्षा की छात्रा के गुम होने से परिजन पिछले पांच-छह महीने से परेशान थे। आखिर गत शनिवार को बच्ची के राजस्थान के जयपुर स्थित बालिका गृह से उनके पास कॉल आया तो उन्होंने राहत मिली । वहीं सोमवार को थाना पुलिस और परिजन बच्ची को लेकर गुरुग्राम पहुंच गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के राजेंद्रा पार्क थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी गार्डन में अपने परिवार के साथ रहने वाली एक 13 साल की छात्रा गत 4 जुलाई को गायब हो गई थी। छात्रा के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। जिसमें पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया। जिसको लेकर लापता की मां थाना से लेकर पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काटती रही। लेकिन पुलिस बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा पाई। इस बीच बच्ची का सुराग सूरतगढ़ में लगा तो बच्ची की मां ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने सूरतगढ़ जाने का खर्च बच्ची की मां से लेकर और सूरतगढ़ गई, लेकिन वहां बच्ची नहीं मिल पाई तो जांच अधिकारी व पुलिस टीम बैरंग लौट आई। यहीं नहीं बच्ची ने सोशल मीडिया के माध्यम से कॉल कर मां को अपनी व्यथा बताई। लेकिन पीड़ित मां की बात पुलिस भी सुनने को तैयार नहीं हुई। पीड़िता ने जांच अधिकारी पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोपवहीं लापता छात्रा की मां ने राजेंद्रा पार्क थाना के जांच अधिकारी पर उसकी बच्ची की तलाश में लापरवाही तथा आने जाने के खर्चा मांगने का आरोप लगाया है। हालांकि सोमवार को थाना पुलिस गुमशुदा छात्र को जयपुर से लेकर थाना राजेंद्र पार्क में पहुंच चुके हैं। जिससे परिजन ने लड़की के सकुशल होने पर राहत मिली है। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह छात्रा जयपुर कैसे पहुंचीं, वह अपनी मर्जी से गई थी या उसका किसी ने अपहरण किया था। छात्रा अभी भी डरी व सहमी हुई बताया जा रहा है। जिसकी पुलिस मेडिकल जांच तथा काउंसलिंग कराने के बाद ही परिजनों को सौंपेगी। Post navigation भाजपा का ध्यान सदस्यता अभियान छोड़ द साबरमती रिपोर्ट फिल्म पर केंद्रित हरियाणा मानवाधिकार आयोग हुआ सख्त, चैयरमैन व सदस्यों की नियुक्ति होते ही पैंडिंग केसों की सुनवाई शुरू