स्वम् किए अतिक्रमण हटा आदर्श बनेंगे तभी तो जनता से अपील कर सकेंगे जनप्रतिनिधि ? माईकल सैनी

गुरुग्राम 26 अक्टूबर 2024 ; सदन से संवैधानिक पद नियम और कायदों की पालना करने की शपथ ग्रहण कर लौटे नवनिर्वाचित विधायक क्या स्वम् कर रहे हैं उनकी अनुपालना क्योंकि देखने में आया है कि शहर में अनेकों स्थानों पर ग्रीनबेल्ट्स पर कब्जे मिल जाएंगे जहां बने व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं शिक्षण संस्थान बखूबी चल रहे हैं, जिन्हें सरंक्षण देने वाले यही प्रतिनिधि अपना महिमामंडन व स्वागत किए जाने से गदगद परम् आनंद की अनुभूति कर रहे हैं, दूसरी ओर इनके अपने कार्यालयों पर नजर डालें तो वहाँ भी स्तिथियाँ कुछ ऐसी ही दिख जाएंगी, तो क्या अब यह मान लिया जाए कि शपथ लेने उपरांत विधायक नियमों की पालना करेंगें ? और एक सवाल उन प्रशासनिक अधिकारियों से भी है कि उन्हें यह अतिक्रमण नजर नहीं आए या फिर विधायक के दबाव में हाथ नहीं लगा सके ?

सामाजिक कार्यकर्ता माईकल सैनी ने कहा कि शहर में अतिक्रमण मुक्त करने की जो मुहिम चलाई जा रही है जिसमें केवल गरीबों को ही निशाना बना उजाड़ा जा रहा है, और जो इनकी गुडबुक में शामिल लोग हैं उन्हें बख्श दिया जा रहा है , ऐसा देखकर तो लगता है कि चंद पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के पीछे कोई साजिश तो नहीं ? खैर …

माईकल सैनी को यहां बुड्ढे के गुड़ खाने वाली कहावत याद आती है जो यहां बहुत प्रचलित है कि बाबा गुड़ खाकर छोड़ने की सलाह मांगने पर एक माह बाद आने की बात करते हैं, यानी जब स्वम् किए अतिक्रमण को हटा उदाहरण प्रस्तुत करेंगें तभी तो जनता विधायक जी की बातों की अनुपालना करेगी ?

भावार्थः विधायक जिस अतिक्रमण को नहीं करने की अपील जब लोगों से करेंगें उसे जनता तभी तो मानेगी जब वह स्वम् के किए अतिक्रमण को हटाएँगे और यदि स्वम् को नियम कायदों से ऊपर समझेंगे तो जनता कैसे मानेगी यह भी तो विचारणीय प्रश्न होगा ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *