35 से अधिक महाविद्यालय की रही सहभागिता गुरूग्राम, 16 अक्टूबर। राजकीय महाविद्यालय सिधरावली में आयोजित दो दिवसीय इनोवेशन प्रोग्राम का आज समापन हुआ। 15 व 16 अक्टूबर को आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में राजकीय महिला महाविद्यालय रेवाड़ी, केएलपी कॉलेज, राजकीय महाविद्यालय मानेसर, राजकीय महाविद्यालय खरकड़ा व राजकीय महाविद्यालय पटौदी सहित करीब 35 अन्य कॉलेज के विद्यार्थियों ने अपने कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया। समापन कार्यक्रम में सेवानिवृत्ति प्राचार्या डॉ महा श्वेता यादव मुख्यातिथि रही। मुख्यातिथि ने इनोवेशन प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए स्वस्थ प्रतियोगताएँ सर्वोच्च माध्यम हैं। विद्यार्थी जीवन में प्रतियोगताएँ उनमें नव ऊर्जा का संचार करने के साथ साथ आगामी जीवन में आने वाली प्रतिस्पर्धाओं के लिए मानसिक मजबूती भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जीवन मे किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एकाग्रता का होना आवश्यक है। यह मानव जीवन का वो सर्वोच्च गुण है जो निरंतर अभ्यास से प्राप्त होता है। इसलिए विद्यार्थी जीवन मे प्रतियोगताओं का अपना-2 महत्व है। उन्होंने महाविद्यालय के इनोवेशन प्रोग्राम की सराहना करते हुए कहा किइस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है, जिससे उन्हें एक नई प्रेरणा मिलती है और जीवन में आगे बढ़ने का मौका भी मिलता है। मुख्यातिथि ने अपने संबोधन के उपरांत विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे गीत, गजल, भजन, हरियाणवी स्किट, एकल नृत्य, हरियाणवी ग्रुप डांस, भाषण प्रतियोगिता आदि में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में राजकीय महाविद्यालय मानेसर ने फाइन आर्ट्स में प्रथम स्थान तथा राजकीय महाविद्यालय खरकड़ा ने इंग्लिश पोएटिक रेशन में प्रथम स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में महाविद्यालय सिधरावली के भी शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पी.के मलिक ने सभी सहभागी महाविद्यालय के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक सदस्यों का विशेष धन्यवाद दिया। Post navigation विश्व खाद्य दिवस 2024 की थीम है “बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार”: डॉ. नीतिका शर्मा ग्लोबल इंडिया में तब्दील हो रहा है अब ग्रामीण इंडिया- केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री डा. चंद्रशेखर पेम्मासानी